
झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, सूचना प्रौद्योगिकी ई-गवर्नेस विभाग झारखंड के लिए साइबर फॉरेंसिक सलाहकार की तलाश कर रहा है. इन दिनों उद्योग विभाग का आईटी सेल साइबर अपराधियों के निशाने पर है. वे सिंगल विंडो सिस्टम में सेंध लगाकर महत्वपूर्ण जानकारियां उड़ा रहे हैं.
इसके अलावा विश्लेषक के लिए भी योग्य कैंडिडेट की आवश्यकता है. दोनों पदों के लिए अनुबंध के आधार पर नियुक्ति होनी है. इसके लिए आइटी डिपार्टमेंट की ओर से सलाहकार की तलाश की जा रही है. इसके लिए विज्ञापन भी जारी किया गया है. महीने के अंत तक योग्य अभ्यार्थियों से ऑनलाइन आवेदन मांगा गया है. साइबर फॉरेंसिक कंसल्टेंट के लिए चयनित कैंडिडेट को हर माह करीब 90 हजार रुपये मिलेंगे, जबकि एनालिस्ट के लिए चयनित कैंडिडेट को हर माह 60 हजार रुपये दिए जाएंगे. योग्यता संबंधी जरूरी डॉक्यूमेंट्स के साथ अभ्यार्थियों को निर्धारित तिथि पर पहुंचने का निर्देश दिया जाएगा.
ये अनुभव होने चाहिए साइबर फॉरेंसिक कंसल्टेंट के लिए आवेदन करनेवालों को आईटी, कंप्यूटर साइंस या इसके समकक्ष ग्रेजुएट होना जरूरी होगा. साइबर सिक्यूरिटी, फॉरेंसिक और डिजिटल इंवेस्टिगेशन के ट्रेनर के तौर पर कार्यानुभव की भी अपेक्षा उससे रहेगी. पीएमयू या प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग रिलेटेड साइबर फॉरेंसिक के साथ चयनित कैंडिडेट को जोड़ा जाएगा और निर्धारित कामों की जिम्मेदारी उसे लेनी होगी. एनालिस्ट के लिए बीई, बीटेक, कंप्यूटर साइंस में एमएससी या समकक्ष डिग्री और जरूरी कार्यानुभव होना चाहिए. साइबर फॉरेंसिक के टूल्स की ऑडिट, सॉफ्टवेयर के संचालन, लैब के प्रबंधन और अन्य कामों की जिम्मेदारी उसे मिलेगी.
उद्योग विभाग के आईटी सेल की टीम साइबर अपराधियों से सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करती है. अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जाता हैं .
-जितेंद्र सिंह, सचिव, उद्योग विभाग
जमशेदपुर न्यूज़ डेस्क !!!