Jalore में एक राज छिपाने को पत्नी ने प्रेमी संग मिल पति की हत्या की, अब कबूला जुर्म

जालोर जिले में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी और घटना को आत्महत्या बताकर छिपाने की कोशिश की। शुरुआत में तो यह सामान्य आत्महत्या लग रही थी, लेकिन कुछ ही दिनों में सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस ने इसे हत्या का मामला मानते हुए गंभीर धाराओं में जांच शुरू कर दी। अब जिला कलेक्टर के आदेश पर मृतक का दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
25 मई की रात को हुई थी रहस्यमयी मौत नया खेड़ा (बागोड़ा) निवासी मृतक नरसीराम 25 मई की रात को अपने ही घर में फंदे से लटका मिला था। परिजनों ने इसे आत्महत्या का मामला समझा और बिना किसी आपराधिक संदेह के धार्मिक रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन कुछ ही दिनों बाद कहानी ने नाटकीय मोड़ ले लिया। पत्नी ने खुद कबूला जुर्म मृतक की पत्नी माफी देवी ने खुद खुलासा किया कि नरसीराम ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या की गई है। माफ़ी देवी ने बताया कि उसका पुनावा (सायला थाना) निवासी सांवलाराम से अवैध संबंध था, जिसकी जानकारी नरसीराम को हो गई थी। घटना वाली रात नरसीराम ने अपनी पत्नी और उसके प्रेमी को रंगे हाथों पकड़ लिया। इसी दौरान गुस्से में आकर सांवलाराम ने धारदार हथियार से नरसीराम पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
हत्या को आत्महत्या का रूप देने की साजिश
हत्या के बाद माफ़ी देवी और सांवलाराम ने शव को रस्सी से लटका दिया, ताकि मामला आत्महत्या का रूप ले सके। माफ़ी देवी ने बताया कि घटना के बाद सांवलाराम ने उसे धमकी दी कि अगर उसने किसी को सच्चाई बताई तो उसे जान से मार दिया जाएगा। हालांकि माफ़ी देवी की अंतरात्मा जाग गई और उसने अपने परिजनों को सारी बात बता दी।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है
परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने हत्या और साजिश के तहत मामला दर्ज किया है। भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी हुकुम राम के अनुसार अब नरसीराम के शव को कब्र से निकाला जाएगा और मौत के सही कारणों की पुष्टि के लिए मेडिकल बोर्ड द्वारा दोबारा पोस्टमार्टम किया जाएगा।
जांच में और भी नाम शामिल हो सकते हैं
पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि साजिश में और लोग शामिल थे या नहीं। माफ़ी देवी और सांवलाराम के बीच संपर्क, पूर्व-योजना और घटना के बाद की गतिविधियों की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और मामले की पूरी पारदर्शिता के साथ जांच की जाएगी।