Jalore में बैंक मैनेजर ने 3.5 करोड़ की रिश्वत लेकर संविदा कर्मियों को किया था नियमित
जालोर केन्द्रीय सहकारी बैंक में हुए घोटाले की जांच के तहत सिरोही एसीबी की टीम ने आज बैंक के दस्तावेजों की जांच की। यह कार्रवाई 2021 से 2023 के बीच हुई स्क्रीनिंग प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर की गई है। जांच के दौरान एसीबी ने स्क्रीनिंग से संबंधित ऑपरेटरों के दस्तावेज एकत्रित किए हैं तथा वर्ष 2022 में 60 तथा वर्ष 2023 में 31 ऑपरेटरों के आवेदन तथा सम्पूर्ण प्रक्रिया से संबंधित कागजात जब्त किए हैं।
100 कर्मचारियों को अवैध रूप से नियमित किया गया
इस घोटाले का आरोप बैंक के पूर्व एमडी केके मीना पर है। दरअसल, स्क्रीनिंग प्रक्रिया पर कोर्ट के स्थगन आदेश के बावजूद केके मीना ने 2021 से 2023 के बीच अवैध रूप से 100 संविदा कर्मचारियों की स्क्रीनिंग कर उन्हें नियमित कर प्रशासक बना दिया। इस मामले में दर्जनों शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें आरोप लगाया गया कि मीना ने नियमितीकरण के बदले प्रत्येक कर्मचारी से 4 से 5 लाख रुपये की रिश्वत ली थी।
आरोप है कि केके मीना ने रिश्वत के जरिए अवैध रूप से 3.5 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की, जिसमें पूर्व वरिष्ठ प्रबंधक जसाराम मीना और उनके संविदा कर्मचारी बेटे प्रवीण मीना भी शामिल थे।
17 कर्मचारियों को नियमित किया जाना था लेकिन 100 कर्मचारियों को नियमित किया गया।
घोटाले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्क्रीनिंग प्रक्रिया में केवल 17 पात्र कर्मचारियों की स्क्रीनिंग की जानी थी, लेकिन केके मीना ने शाखा प्रबंधकों पर दबाव बनाकर नियमों के विरुद्ध 100 कर्मचारियों को नियमित कर दिया। उन्होंने शाखा प्रबंधकों पर दबाव डाला कि वे विशेष रूप से उन उम्मीदवारों के आवेदन भेजें जिन्हें वे स्क्रीनिंग में शामिल करना चाहते थे।
परिचितों के खातों में पैसा भेजा गया।
पिछले साल एसीबी ने आरोपी के घर पर छापा मारा था। एसीबी जांच में सामने आया है कि जसाराम और संविदाकर्मी प्रवीण मीना ने रिश्वत की रकम केके मीना के रिश्तेदारों और परिचितों के खातों में ट्रांसफर की। जांच के दौरान 50 ट्रांजेक्शन के जरिए 40 लाख रुपये के लेनदेन की पुष्टि हुई।
जसाराम मीना के सैंज व मुख्य शाखा खातों से 38 ट्रांजेक्शन में 26.23 लाख रुपए तथा प्रवीण मीना के खाते से 12 ट्रांजेक्शन में 13.79 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए। इन लेन-देन की पुष्टि होने के बाद एसीबी ने मामला दर्ज कर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए। एसीबी की छापेमारी के दौरान केके मीना के जयपुर स्थित आवास पर 131 जमीन के पट्टे, 740 ग्राम सोना और 3.90 किलो चांदी के आभूषण, 7 लाख रुपए के हीरे के आभूषण, 1 बैंक लॉकर और 5 बैंक खाते मिले।