जैसलमेर के बासनपीर गांव में छतरी विवाद चलते धारा-163 लागु, लोगो के उग्र आंदोलन का वीडियो वायरल
जिले के बासनपीर गांव में पिछले कुछ दिनों से चल रहा छतरी विवाद अब गंभीर रूप लेता जा रहा है। गांव में बढ़ते तनाव और संभावित कानून व्यवस्था के उल्लंघन की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए धारा-163 लागू कर दी है। यह आदेश एसडीएम सक्षम गोयल ने बुधवार को जन सुरक्षा और लोक शांति बनाए रखने के उद्देश्य से जारी किया।
क्या है छतरी विवाद?
सूत्रों के अनुसार, बासनपीर गांव में एक ऐतिहासिक छतरी (स्मारक) को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद चल रहा है। दोनों ही पक्ष उस स्थान पर स्वामित्व और परंपरागत अधिकार जताते रहे हैं। बीते कुछ दिनों में दोनों पक्षों के बीच कहासुनी और टकराव की स्थिति भी उत्पन्न हो चुकी है, जिससे गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ा फैसला
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन धारा-163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू कर दिए हैं। इस धारा के अंतर्गत संबंधित क्षेत्र में किसी भी प्रकार की सभा, प्रदर्शन, नारेबाजी, हथियारों का प्रदर्शन या भीड़ एकत्रित करने पर पाबंदी रहेगी। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
एसडीएम सक्षम गोयल ने कहा, “बासनपीर गांव में छतरी विवाद को लेकर दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। भविष्य में कोई अप्रिय घटना न हो, इसलिए जनहित में यह निर्णय लिया गया है।”
पुलिस और प्रशासन मुस्तैद
गांव में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही कहा गया है कि कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश न करें, अन्यथा सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों में चिंता, प्रशासन से समाधान की मांग
विवाद के चलते गांव के लोगों में चिंता और असमंजस का माहौल है। ग्रामीण चाहते हैं कि प्रशासन दोनों पक्षों के बीच बातचीत कर समाधान निकाले ताकि गांव में फिर से शांति और सामान्य स्थिति लौट सके। बुजुर्गों और समाजसेवियों ने भी विवाद को आपसी संवाद से हल करने की अपील की है।

