उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा का जैसलमेर दौरा, तनोटराय माता मंदिर में की पूजा, सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास का लिया जायजा
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा अपने दो दिवसीय जैसलमेर प्रवास के दौरान धार्मिक, सामाजिक और सैन्य स्थलों का दौरा करते हुए प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और देश की सुरक्षा के लिए मंगलकामनाएं कीं। इस दौरे की मुख्य विशेषता रही भारत-पाक सीमा पर स्थित पावन तनोटराय माता मंदिर में परिवार सहित दर्शन और पूजा-अर्चना।
डॉ. बैरवा ने मंदिर में विधिवत पूजन कर राजस्थान की उन्नति, सीमाओं की सुरक्षा और देश की अखंडता के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि तनोटराय माता का यह स्थान न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि हमारी राष्ट्र सुरक्षा भावना का प्रतीक भी है।
सीमावर्ती इलाकों में देशभक्ति का संचार
उपमुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में सेना के जवानों से भी मुलाकात की और उनके अदम्य साहस व सेवा भावना की सराहना की। उन्होंने कहा कि “हमारे वीर जवानों के कारण ही हम सब सुरक्षित और निश्चिंत जीवन जी पा रहे हैं। इनकी वीरता को शब्दों में समेटना संभव नहीं है।”
डॉ. बैरवा ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारियों से भी चर्चा की और सीमा क्षेत्र में सुरक्षा एवं नागरिक सुविधाओं को लेकर संवाद किया।
पर्यटन और विकास को लेकर भी जताई प्रतिबद्धता
डॉ. बैरवा ने जैसलमेर को धार्मिक, सांस्कृतिक और सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और कहा कि सरकार इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने, स्थानीय लोगों को रोजगार के अधिक अवसर देने और सीमा क्षेत्र में आधारभूत संरचनाओं के विकास को लेकर प्रतिबद्ध है।
उन्होंने यह भी कहा कि तनोटराय मंदिर जैसे तीर्थस्थलों पर सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाएगा ताकि श्रद्धालु और पर्यटक यहां बेहतर अनुभव प्राप्त कर सकें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा से जुड़ी समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाने का आश्वासन भी दिया।
स्थानीय लोगों से जुड़ाव और जनसुनवाई
अपने दौरे के दौरान उपमुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। ग्रामीणों ने क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को लेकर विभिन्न सुझाव भी दिए, जिन्हें डॉ. बैरवा ने गंभीरता से लेने और नीतिगत निर्णयों में शामिल करने का भरोसा दिलाया।

