राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला में बिके 4 करोड़ के मसाले, वीडियो में जानें बिक्री ने तोड़ा अब तक का रिकॉर्ड

राजधानी जयपुर स्थित जवाहर कला केंद्र में आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2025 रविवार को संपन्न हो गया। इस मेले ने इस बार रिकॉर्डतोड़ बिक्री करते हुए करीब 4 करोड़ 10 लाख रुपये से अधिक के मसालों और अन्य सहकारी उत्पादों की बिक्री दर्ज की। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में लगभग एक करोड़ रुपये अधिक है, जिससे आयोजकों और प्रतिभागियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
मसाला मेले का आयोजन राष्ट्रीय सहकारिता विकास निगम (NCDC) और राज्य की सहकारी संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। मेले में देशभर से सहकारी संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों और कृषि उत्पादक संगठनों (FPOs) ने भाग लिया। कश्मीर से केरल और गुजरात से नागालैंड तक की संस्थाओं ने अपने-अपने क्षेत्रीय मसालों और जैविक उत्पादों को प्रस्तुत किया।
मेले में हल्दी, धनिया, मिर्च, गरम मसाला, हर्बल उत्पाद, साथ ही आचार, पापड़, शहद और हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की भी अच्छी खासी मांग रही। खासकर जैविक और प्राकृतिक मसालों की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि देखी गई।
आयोजन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इस बार मेले में खरीददारी करने वालों की संख्या में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। शहरवासियों के साथ-साथ देश-विदेश से आए पर्यटकों ने भी मेले में खरीदारी कर भारतीय मसालों की विविधता और गुणवत्ता की सराहना की।
मेले की सफलता का कारण बेहतर प्रचार, उत्पादों की गुणवत्ता, डिजिटल पेमेंट की सुविधा और मेले में लगे स्वादिष्ट फूड स्टॉल्स भी रहे। साथ ही, बच्चों और युवाओं के लिए मनोरंजन के कार्यक्रमों ने भी लोगों की भागीदारी बढ़ाई।
मेले के समापन समारोह में आयोजकों ने कहा कि राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था और सहकारिता क्षेत्र को बढ़ावा देने का जरिया है, बल्कि यह मंच छोटे किसानों और स्थानीय उत्पादकों को सीधे उपभोक्ताओं से जोड़ने का अवसर भी प्रदान करता है।
इस मेले की रिकॉर्ड बिक्री ने यह साबित कर दिया है कि सहकारी मॉडल और पारंपरिक उत्पादों में अब भी जबरदस्त संभावनाएं मौजूद हैं, जिन्हें सही मंच और बाजार मिल जाए तो वे वैश्विक स्तर पर भी छा सकते हैं।