ऑपरेशन वज्र के तहत आरटीओ की बड़ी कार्रवाई, वीडियो में देखें 20 बसों के काटे चालान

राजस्थान परिवहन विभाग की आरटीओ प्रथम टीम ने मंगलवार को ऑपरेशन वज्र के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए सिटी बस परमिट पर चल रही फैक्ट्री बसों के खिलाफ सख्त कदम उठाए। यह कार्रवाई उन बस ऑपरेटरों पर की गई, जो नियमों की अनदेखी करते हुए फैक्ट्री कर्मचारियों को ढोने के लिए सिटी बस परमिट का दुरुपयोग कर रहे थे। कार्रवाई के दौरान विभाग ने दो बसों को मौके पर सीज कर दिया, जबकि लगभग 20 बसों के चालान काटे गए।
नियमों की अनदेखी पर बड़ा एक्शन
आरटीओ प्रथम की टीम ने बताया कि लंबे समय से परिवहन विभाग को शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ बस ऑपरेटर सिटी बस परमिट लेकर फैक्ट्री रूट्स पर बसें चला रहे हैं। नियमानुसार सिटी बस परमिट केवल शहरी सीमा के भीतर यात्रियों की सुविधा के लिए होते हैं। लेकिन फैक्ट्री के लिए निजी कर्मचारियों को लाने-ले जाने में इनका गलत इस्तेमाल किया जा रहा था। इस पर संज्ञान लेते हुए परिवहन विभाग ने ऑपरेशन वज्र की शुरुआत की और मंगलवार को विशेष जांच अभियान चलाया।
कहां और कैसे हुई कार्रवाई?
परिवहन विभाग की टीम ने औद्योगिक क्षेत्रों, फैक्ट्रियों और शहर के बाहरी इलाकों में विशेष जांच की। जांच के दौरान यह पाया गया कि कई बसें बिना उचित दस्तावेजों और फिटनेस प्रमाण पत्र के चल रही थीं। कुछ बसें ओवरलोडिंग कर रही थीं और यात्रियों की सुरक्षा से जुड़े नियमों का पालन नहीं कर रही थीं।
इस पर विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो बसों को जब्त कर सीज कर दिया। वहीं, 20 बसों पर मोटरयान अधिनियम के तहत चालान किए गए। इनमें से कई चालान भारी जुर्माने से जुड़े हुए हैं। टीम ने मौके पर ही कई बसों के फिटनेस दस्तावेज जब्त किए और ऑपरेटरों को निर्देश दिए कि आगे से नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आरटीओ अधिकारियों की चेतावनी
परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि नियमों की अनदेखी कर बसें चलाने वालों के खिलाफ आगे भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री बसों को सिटी बस परमिट पर चलाना कानूनन अपराध है और इससे आम यात्रियों की सुरक्षा पर भी असर पड़ता है।
अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में किसी भी बस ऑपरेटर को अगर नियमों का उल्लंघन करते पाया गया तो उसके खिलाफ लाइसेंस निरस्तीकरण से लेकर बस जब्ती जैसी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा प्राथमिकता
परिवहन विभाग ने साफ किया है कि यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। ऐसे में बिना परमिट, फिटनेस और आवश्यक सुरक्षा मानकों को पूरा किए बिना कोई भी बस ऑपरेशन की इजाजत नहीं दी जाएगी।
ऑपरेशन वज्र के तहत यह अभियान आने वाले दिनों में और भी तेज किया जाएगा। खासकर उन रूट्स पर जहां अवैध और गैर-कानूनी तरीके से बसों का संचालन हो रहा है।