राजस्थान में रिकार्ड बारिश, भंवरगढ़ थाने में भर गया पानी, वीडियो में जानें कर्मचारी कमर तक पानी में डूबे

राजस्थान में इस बार मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। राज्य के कई जिलों में लगातार तेज बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 1 जून से अब तक सामान्य से 133 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। बारिश के कारण सोमवार को बारां जिले के भंवरगढ़ थाना परिसर में पानी भर गया, जिससे थाने का कामकाज पूरी तरह ठप हो गया। थाने के कर्मचारी कमर तक भरे पानी में डूबे नजर आए, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
थाने में बाढ़ जैसे हालात
बारिश इतनी तेज थी कि थाने के चारों ओर से बरसाती पानी थाने के परिसर में घुस गया। कुछ ही देर में थाने का ऑफिस, हवालात और रिकॉर्ड रूम तक पानी में डूब गए। थाने के कर्मचारी फाइलें और जरूरी दस्तावेज सुरक्षित स्थान पर ले जाते नजर आए।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब बारिश में थाना जलमग्न हुआ हो। नाली और जल निकासी की व्यवस्था कमजोर होने के कारण हर बार बारिश में यही स्थिति बनती है, लेकिन इस बार पानी की मात्रा बहुत अधिक थी।
बारिश ने तोड़े रिकॉर्ड
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में इस वर्ष मानसून समय से पहले पहुंच गया, और इसके साथ ही अत्यधिक वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है।
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अब तक राज्य में औसत से 133% ज्यादा बारिश हो चुकी है।
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कोटा, बारां, झालावाड़, उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा जैसे जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है।
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विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए कई जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
जनजीवन प्रभावित
राज्य के कई इलाकों में जलभराव से सड़कें बंद हो गई हैं, स्कूलों में पानी घुस गया है और बिजली आपूर्ति भी बाधित हो रही है। खेतों में खड़ी फसलें भी प्रभावित हो रही हैं।
बारां जिले में ग्रामीण इलाकों से संपर्क टूटने लगे हैं। प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में आपदा राहत टीमें अलर्ट मोड में रखी हैं।
क्या बोले अधिकारी?
भंवरगढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि,
"बारिश इतनी तेज थी कि थोड़ी ही देर में थाना परिसर पानी से भर गया। हमने जरूरी कागजातों को बचाया है और स्थानीय प्रशासन से मदद मांगी है।"
जिला प्रशासन की ओर से पंपिंग सेट और ट्रैक्टरों के जरिए पानी निकालने का काम शुरू किया गया है। साथ ही निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया गया है।