राजस्थान में पंचायत और निकाय चुनाव में RLD देगी BJP-कांग्रेस को टक्कर, जयपुर सम्मेलन में लिये बड़े फैसले का सामने आया वीडियो
राजस्थान की सियासत में अब तीसरी ताकत बनने की ओर बढ़ रही राष्ट्रीय लोक दल (RLD) ने पंचायत और निकाय चुनावों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। शुक्रवार को जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी ने घोषणा की कि वह आगामी पंचायती राज और नगर निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस दोनों को कड़ी टक्कर देगी। सम्मेलन में प्रदेश भर से आए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की मौजूदगी में यह फैसला लिया गया कि RLD प्रदेश की जमीनी राजनीति में अपनी पकड़ को मजबूत करते हुए हर सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ेगी।
जयंत चौधरी ने दिया कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र
कार्यकर्ता सम्मेलन में RLD के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने वीडियो संदेश के जरिए कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता अब बदलाव चाहती है। पिछले कई वर्षों से प्रदेश में केवल दो दलों का वर्चस्व रहा है, लेकिन अब वक्त आ गया है कि ग्रामीण और शहरी निकायों में जनता को एक विकल्प दिया जाए।
जयंत चौधरी ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे गांव-गांव जाकर पार्टी की नीतियों और विचारधारा को मजबूत करें। उन्होंने कहा, “हम किसान, मजदूर और आमजन की पार्टी हैं। अब हमें नीति और नीयत से काम करके राजस्थान में नया राजनीतिक अध्याय लिखना है।”
जमीनी स्तर पर संगठन विस्तार की तैयारी
सम्मेलन में RLD के प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह आवारा सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। नेताओं ने बताया कि पार्टी राज्य के प्रत्येक जिले में अपने संगठन को मजबूत कर रही है। पंचायत स्तर तक कार्यकर्ता नियुक्त किए जा रहे हैं और गांव-शहरों में जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है।
सम्मेलन में यह भी तय किया गया कि आगामी पंचायत और निकाय चुनावों में पार्टी अपने प्रत्याशियों की घोषणा समय रहते करेगी, ताकि उन्हें चुनावी तैयारी के लिए पूरा समय मिल सके।
BJP-कांग्रेस दोनों पर साधा निशाना
सम्मेलन में मौजूद नेताओं ने BJP और कांग्रेस दोनों पर जमकर निशाना साधा। नेताओं का कहना था कि इन दोनों दलों ने वर्षों से सत्ता में रहते हुए सिर्फ वादे किए, लेकिन जमीनी स्तर पर विकास और जनहित के कार्यों में विफल रहे। RLD नेताओं ने कहा कि उनकी पार्टी जात-पात और तुष्टीकरण की राजनीति से दूर रहकर केवल विकास, रोजगार, शिक्षा और किसान हितों पर काम करेगी।

