राजस्थान विधानसभा में नाथी का बाड़ा की गूंज, वीडियो में देखें गोदारा भी विधानसभा अध्यक्ष से उलझे

राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है। मंगलवार को सदन में सहकारिता विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान एक बार फिर "नाथी का बाड़ा" का जिक्र हुआ, जिससे माहौल गर्मा गया। इस चर्चा की शुरुआत सहकारिता मंत्री गौतम कुमार ने की। उन्होंने विभाग में खाली पदों को भरने की घोषणा करते हुए कहा कि आने वाले महीने में भर्ती परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। लेकिन बात सिर्फ यहीं नहीं रुकी।
गौतम कुमार ने अपनी बात रखते हुए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार भर्ती परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से आयोजित कर रही है। अगले महीने सहकारिता विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू होगी। युवाओं को रोजगार मिलेगा।" इसके बाद मंत्री ने कांग्रेस विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा, "आपके समय में तो पेपर लीक होते थे और नाथी का बाड़ा जैसी बातें चर्चा में रहती थीं।"
मंत्री गौतम कुमार के इस बयान के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस विधायकों ने इस पर तीखी आपत्ति जताते हुए कहा कि भाजपा सरकार केवल पुरानी बातों को उठाकर जनता को गुमराह कर रही है। विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार भी भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बनाए रखने में असफल रही है और युवाओं को आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिल रहा।
क्या है ‘नाथी का बाड़ा’ मामला?
नाथी का बाड़ा, जोधपुर का एक इलाका है, जिसे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पेपर लीक मामलों से जोड़ा गया था। आरोप थे कि कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर यहीं से लीक होते थे और एक संगठित गिरोह इसमें शामिल था। उस समय यह मामला इतना गरमाया था कि विपक्ष ने कांग्रेस सरकार पर संगठित भ्रष्टाचार और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने के गंभीर आरोप लगाए थे।
सरकार का दावा: पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया
मंत्री गौतम कुमार ने दावा किया कि वर्तमान सरकार युवाओं के हित में पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रियाएं लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग में रिक्त पदों को शीघ्र ही भरा जाएगा। इसके लिए अगले महीने परीक्षा आयोजित होगी और प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। उनका कहना था कि सरकार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और भर्ती में पारदर्शिता सर्वोपरि रहेगी।
विपक्ष का पलटवार
कांग्रेस विधायकों ने सरकार के दावों पर सवाल खड़े किए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य में बेरोजगारी की दर बढ़ती जा रही है और सरकार केवल घोषणाएं कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पुरानी सरकार पर आरोप लगाने से वर्तमान सरकार की जिम्मेदारी खत्म नहीं होती। कांग्रेस ने मांग की कि युवाओं को रोजगार देने की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की जांच स्वतंत्र एजेंसी से करवाई जाए।