राजस्थान में मानसून का कहर, फटाफट वीडियो में जानें बंगाल की खाड़ी से आए सिस्टम से भारी बारिश, कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट
राजस्थान में मानसून एक बार फिर पूरी ताकत के साथ सक्रिय हो गया है। बंगाल की खाड़ी से उठे डिप्रेशन सिस्टम ने राज्य में प्रवेश कर लिया है, जिससे भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। शुक्रवार को राज्य के कई हिस्सों में मूसलधार बारिश दर्ज की गई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ।
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को बूंदी, अजमेर, राजसमंद, पाली, कोटा, प्रतापगढ़, जोधपुर और धौलपुर जैसे जिलों में जोरदार बारिश हुई। इन क्षेत्रों में कई जगहों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा।
राजस्थान में आए इस नए मानसूनी सिस्टम के चलते शनिवार को भी भारी बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 8 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट उन जिलों के लिए जारी किया जाता है, जहां अत्यधिक वर्षा की संभावना रहती है, जबकि येलो अलर्ट सामान्य चेतावनी होती है।
ऑरेंज अलर्ट वाले जिले:
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कोटा
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बूंदी
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पाली
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प्रतापगढ़
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सिरोही
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उदयपुर
येलो अलर्ट वाले जिले:
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अजमेर
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राजसमंद
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झालावाड़
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बांसवाड़ा
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बारां
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चित्तौड़गढ़
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भीलवाड़ा
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डूंगरपुर
इस डिप्रेशन सिस्टम के असर से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे प्रदेशवासियों को गर्मी और उमस से राहत मिली है। हालांकि, भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में जलभराव, कच्चे मकानों को नुकसान, और कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित होने जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग ने स्थानीय प्रशासन को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए कई जिलों में शनिवार को अवकाश की घोषणा भी की गई है। वहीं, नदियों और तालाबों के जलस्तर में वृद्धि होने से ग्रामीण इलाकों में सतर्कता बरतने को कहा गया है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से आए इस डिप्रेशन सिस्टम का असर आगामी 2-3 दिनों तक राजस्थान में बना रह सकता है। इससे पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

