जयपुर में मानसून के कारण सड़कों पर जलभराव, वीडियो में जानें व्यापारियों ने नालों की सफाई पर उठाए सवाल

मानसून के सक्रिय होने के बाद से जयपुर शहर में लगातार हो रही भारी बारिश ने शहर की सड़कों और सामान्य जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। महज कुछ घंटों की बारिश के बाद शहर की सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं और अधिकांश सड़कों पर जलभराव देखने को मिल रहा है। इस भारी जलभराव के कारण शहरवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, खासकर गाड़ियों के लिए आवाजाही मुश्किल हो गई है।
जयपुर शहर की प्रमुख सड़कों पर इतना पानी भर गया है कि गाड़ियों के टायर पानी में डूबते हुए नजर आ रहे हैं। यह स्थिति न केवल यातायात को प्रभावित कर रही है, बल्कि शहर में रहने वाले लोगों की सामान्य दिनचर्या को भी असुविधा में डाल रही है। कई स्थानों पर सड़कों पर पानी इतना बढ़ गया कि पैदल चलने वाले भी सड़कों पर रुकने या चलने में मुश्किल महसूस कर रहे हैं।
वहीं, व्यापारियों ने भी इस मुद्दे को लेकर अपनी चिंता जताई है। उनका कहना है कि नगर निगम और संबंधित विभागों द्वारा नालों की सफाई ठीक से नहीं की गई है, जिससे पानी की निकासी रुक गई है। व्यापारियों का आरोप है कि नालों की सफाई का कार्य सही तरीके से न होने के कारण जलभराव की समस्या और भी गंभीर हो गई है, जिससे उनके व्यापारिक कामकाज में बाधाएं आ रही हैं। विशेषकर बाजारों और दुकानों के सामने पानी जमा हो जाने से व्यापारियों के सामान भी प्रभावित हो रहे हैं और ग्राहकों की आवाजाही भी कम हो रही है।
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि मानसून के दौरान बारिश की मात्रा अधिक होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है, लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया कि जलभराव की समस्या को जल्द से जल्द हल करने के लिए उपाय किए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि नालों की सफाई और जल निकासी की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए कार्यवाही की जा रही है। साथ ही, बारिश के पानी को सही दिशा में निकासी सुनिश्चित करने के लिए पंपों का इस्तेमाल भी किया जा रहा है।
हालांकि, शहरवासियों और व्यापारियों का मानना है कि हर साल मानसून के दौरान जलभराव की समस्या आती है, और हर बार इसे ठीक करने के लिए अधिकारियों द्वारा आश्वासन ही दिया जाता है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकलता। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या नगर निगम और संबंधित विभाग भविष्य में इस समस्या से निपटने के लिए कोई स्थायी और प्रभावी कदम उठाएंगे या हर साल यही स्थिति देखने को मिलेगी।