मंत्री के बेटे का इशारों-इशारों में कैसा ज्योति मिर्धा पर तंज, वीडियो में देखें पहले समझो, फिर करो गुमान
नागौर जिले में बीजेपी की राजनीति इस समय एक बार फिर गरमा गई है, जहां वार-पलटवार का सिलसिला लगातार जारी है। शुरुआत खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा द्वारा मुख्यमंत्री भजनलाल को लिखे गए शिकायती पत्र से हुई थी, जिसमें उन्होंने कुछ मुद्दों पर मुख्यमंत्री से ध्यान देने की अपील की थी। इस पत्र के सामने आने के बाद से ही बीजेपी के अंदर ही राजनीति का एक नया मोड़ आ गया था।
बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा ने इस पत्र के लीक होने के पीछे बीजेपी के किसी सदस्य का हाथ होने की बात कही थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस पत्र को जानबूझकर लीक किया गया, ताकि पार्टी में असहमति और अस्थिरता का माहौल बनाया जा सके। ज्योति मिर्धा के इस बयान के बाद, अब इस राजनीति में नया मोड़ आया है, जब हेल्थ मिनिस्टर गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय सिंह खींवसर ने बिना नाम लिए ज्योति मिर्धा पर निशाना साधा है।
धनंजय सिंह ने कहा कि ऐसे लोग जो अपनी पार्टी में ही असंतोष पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें पार्टी के भीतर की राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग दूसरों पर आरोप लगाते हैं, वे खुद पर ध्यान दें और पार्टी की एकता को बनाए रखने के लिए सकारात्मक भूमिका निभाएं।
धनंजय का यह बयान राजनीतिक गलियारों में हलचल का कारण बन गया है, क्योंकि यह सीधे तौर पर ज्योति मिर्धा पर निशाना साधते हुए उनकी भूमिका पर सवाल उठाता है। बीजेपी के अंदर यह बयान एक नए विवाद का रूप ले सकता है, क्योंकि पार्टी में पहले ही कई गुटों के बीच मतभेद की खबरें आ रही थीं।
बीजेपी की राजनीति में इस समय वार-पलटवार का दौर चल रहा है और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद के बाद पार्टी में स्थिति क्या रहती है। ऐसे में जब बीजेपी के अंदर की राजनीति उफान पर हो, तो पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व की भूमिका भी अहम हो जाती है, जो इन गुटबाजी को शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।