जोधपुर के रेजिडेंट डॉक्टर की जयपुर में मौत, परिजनों ने शव लेने से किया इनकार, वीडियो में देखें छात्र नेता निर्मल चौधरी का एडिशनल डीसीपी और एसीपी से हुआ विवाद

राजस्थान के जोधपुर में ज़हर खाकर खुदकुशी का प्रयास करने वाले रेज़िडेंट डॉक्टर की जयपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि डॉक्टर को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना के बाद मृतक के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए।
🧑⚕️ रेजिडेंट डॉक्टर की मौत, परिजन आक्रोशित
डॉक्टर की मौत की खबर मिलते ही जयपुर के एसएमएस अस्पताल परिसर में तनाव का माहौल बन गया। परिजनों ने प्रशासन पर मानसिक प्रताड़ना और अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वे शव को नहीं लेंगे और अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
टेंट लगाने को लेकर हुआ बवाल
मामले ने उस समय और तूल पकड़ लिया, जब छात्र नेता निर्मल चौधरी मृतक डॉक्टर के परिजनों से मिलने पहुंचे। उन्होंने विरोध प्रदर्शन के लिए अस्पताल परिसर में टेंट लगाने की तैयारी शुरू कर दी। इसी दौरान एडिशनल डीसीपी ईस्ट आशाराम चौधरी और एसीपी मालवीय नगर आदित्य पूनिया मौके पर पहुंचे और टेंट लगाने को लेकर आपत्ति जताई।
छात्र नेता और पुलिस अधिकारियों के बीच जमकर बहस हुई, जिसे वहां मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल कैमरों में कैद कर लिया। कुछ देर के लिए हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए, हालांकि बाद में पुलिस और प्रशासन ने मामले को शांत कराया।
क्या हैं परिजनों की मांगें?
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पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
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दोषी अधिकारियों और मेडिकल स्टाफ पर कड़ी कार्रवाई हो।
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मृतक डॉक्टर के परिवार को सरकारी सहायता और नौकरी में मुआवजा मिले।
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घटना से जुड़े सभी तथ्यों को सार्वजनिक किया जाए।
प्रशासन की ओर से जवाब
प्रशासन ने परिजनों को आश्वस्त किया है कि मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है, हालांकि परिजनों का विरोध अब भी जारी है।