Samachar Nama
×

16 मई से शुरू होगा जेकेके का जूनियर समर कैंप, वीडियो में जानें 5 से 17 वर्ष के बच्चे ले रहे भाग

16 मई से शुरू होगा जेकेके का जूनियर समर कैंप, वीडियो में जानें 5 से 17 वर्ष के बच्चे ले रहे भाग

जवाहर कला केंद्र की ओर से ग्रीष्मावकाश के अवसर पर हर वर्ष की तरह इस बार भी बहुप्रतीक्षित जूनियर समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। कला, संस्कृति और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने वाले इस कैंप का शुभारंभ शुक्रवार, 16 मई को प्रातः 8 बजे किया जाएगा। यह कैंप बच्चों की रचनात्मक अभिव्यक्ति और प्रतिभा को निखारने का एक महत्वपूर्ण मंच बन चुका है।

इस वर्ष के समर कैंप में 5 से 17 वर्ष की आयु के बच्चे भाग ले रहे हैं। आयोजकों के अनुसार, कैंप में बच्चों को कला के विभिन्न आयामों से परिचित कराने के लिए कई तरह की कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इनमें चित्रकला, नृत्य, संगीत, रंगमंच, क्राफ्ट, मिट्टी शिल्प, कथक, वोकल म्यूजिक, पेंटिंग और योगा जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। अनुभवी कलाकारों और प्रशिक्षकों की देखरेख में बच्चे इन विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

जवाहर कला केंद्र के निदेशक ने बताया कि “हर साल यह समर कैंप बच्चों के भीतर छिपी रचनात्मक प्रतिभा को सामने लाने का एक प्रभावी माध्यम बनता है। इस बार भी बड़ी संख्या में बच्चों और उनके अभिभावकों ने पंजीकरण कराया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि बच्चों में कला के प्रति रुचि लगातार बढ़ रही है।”

कैंप का उद्देश्य केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चों को अनुशासन, टीमवर्क और सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ना भी इसका एक अहम पहलू है। प्रत्येक गतिविधि को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि बच्चे सीखने के साथ-साथ अपने विचारों को खुले रूप में प्रस्तुत कर सकें।

समर कैंप का आयोजन जवाहर कला केंद्र परिसर में किया जा रहा है, जहाँ परंपरागत और आधुनिक सुविधाओं के साथ एक अनुकूल रचनात्मक वातावरण उपलब्ध है। आयोजकों ने यह भी सुनिश्चित किया है कि भीषण गर्मी को देखते हुए बच्चों के लिए सभी आवश्यक सुरक्षात्मक और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रहें।

कैंप के अंत में प्रतिभागियों द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों और प्रस्तुतियों की एक प्रदर्शनी और सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएगी, जिसमें बच्चे अपने सीखे गए हुनर का प्रदर्शन करेंगे। इससे न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि अभिभावकों को भी उनके विकास की प्रत्यक्ष झलक मिलेगी।

यह समर कैंप न केवल बच्चों की छुट्टियों को रचनात्मक रूप से उपयोग करने का माध्यम है, बल्कि उनके सर्वांगीण विकास की दिशा में एक सशक्त पहल भी है। जवाहर कला केंद्र की यह पहल निस्संदेह राजधानी जयपुर की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

Share this story

Tags