जयपुर में तीन लोकेशन पर जेडीए दे रहा जमीन, वीडियो मे जानें 12 जून तक अप्लाई करें, जानिए- कब निकालेंगे लॉटरी

गुलाबी नगर जयपुर में घर का सपना देख रहे लोगों के लिए एक सुनहरा मौका आया है। जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने शहरवासियों के लिए तीन नई आवासीय योजनाएं लॉन्च की हैं। इन योजनाओं के तहत कुल 756 प्लॉट्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं। खास बात यह है कि इन योजनाओं को लेकर आम जनता में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। लॉन्च के कुछ ही दिनों के भीतर इन योजनाओं के लिए 14,165 से ज्यादा आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
तीनों योजनाओं में से सबसे अधिक आकर्षण सरस्वती विहार योजना को लेकर देखने को मिल रहा है। इस योजना के तहत अब तक सबसे ज्यादा 5,468 आवेदन प्राप्त हुए हैं। यह आंकड़ा साबित करता है कि शहर के लोग इस इलाके में बसने को लेकर कितने इच्छुक हैं।
क्या हैं ये तीन योजनाएं?
जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से लॉन्च की गई ये तीन योजनाएं निम्नलिखित हैं:
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सरस्वती विहार योजना
इस योजना में सबसे ज्यादा आवेदन आए हैं। यह योजना खासतौर पर मध्यम वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। इस योजना की लोकेशन, कनेक्टिविटी और सामाजिक ढांचे के कारण इसे बहुत पसंद किया जा रहा है। -
शिव शंकर विहार योजना
दूसरी योजना है शिव शंकर विहार, जहां अब तक हजारों की संख्या में आवेदन आ चुके हैं। यह योजना भी शहर के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में स्थित है और बुनियादी सुविधाओं से अच्छी तरह जुड़ी हुई है। -
प्रियदर्शिनी नगर योजना
तीसरी योजना प्रियदर्शिनी नगर है, जिसे लेकर भी काफी रुचि देखी जा रही है। इस योजना में भी लोगों को बेहतर जीवनशैली और सुरक्षित वातावरण का आश्वासन दिया गया है।
आवेदन प्रक्रिया और आगे का रास्ता
JDA की इन योजनाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक लोग JDA की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि और ड्रा की तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी। चयनित आवेदकों को प्लॉट आवंटन लॉटरी सिस्टम के जरिए किया जाएगा।
क्यों हैं JDA की योजनाएं खास?
जयपुर विकास प्राधिकरण की योजनाएं इसलिए भी लोकप्रिय हैं क्योंकि ये पारदर्शिता, भरोसे और उचित दरों पर प्लॉट मुहैया कराने के लिए जानी जाती हैं। साथ ही, प्राधिकरण की ओर से विकसित किए जाने वाले क्षेत्रों में सड़क, पानी, सीवरेज, बिजली और पार्क जैसी बुनियादी सुविधाएं पहले से सुनिश्चित की जाती हैं।