जयपुर में ऑनलाइन गेम के नाम पर लाखों की ठगी करने वाला गिरफ्तार, वीडियो में जानें मुख्य साजिशकर्ता फरार

जयपुर शहर में ऑनलाइन गेम्स की आड़ में चल रहे सट्टेबाजी रैकेट का बड़ा खुलासा हुआ है। मानसरोवर थाना पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार करते हुए 22 लाख रुपये की धोखाधड़ी से जुड़े मामले का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान तुषार बारिया के रूप में हुई है, जिसके पास से पुलिस ने 8 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं।
वेबसाइट के जरिए होता था ऑनलाइन सट्टा
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह रैकेट वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर सट्टा गतिविधियां संचालित कर रहा था। आरोपी लोगों को नकली वादों और इनाम जीतने के झूठे झांसे में फंसाकर बड़ी रकम ऐंठते थे। शुरुआत में गेम्स के जरिए कुछ लोगों को छोटे-मोटे इनाम दिए जाते थे, ताकि उनका भरोसा जीतकर उन्हें बड़ी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया जा सके।
मुख्य आरोपी जितेंद्र सोनी अभी भी फरार
पुलिस ने बताया कि इस सट्टेबाजी गिरोह का मुख्य सरगना जितेंद्र सोनी है, जो फिलहाल फरार है। उसकी तलाश के लिए पुलिस की विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो उसके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही हैं। पुलिस का मानना है कि जितेंद्र सोनी ने ही पूरी ऑनलाइन सट्टेबाजी प्रणाली को डिजाइन और ऑपरेट किया था।
आरोपी तुषार से हो सकती हैं अहम जानकारियां
मानसरोवर थानाधिकारी के अनुसार, गिरफ्तार तुषार बारिया से गहन पूछताछ की जा रही है। उसके मोबाइल, लैपटॉप और बैंक खातों की जांच की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि तुषार की निशानदेही पर इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान और गिरफ्तारी भी जल्द हो सकती है।
साइबर क्राइम के खिलाफ सख्ती
जयपुर पुलिस ने इस केस को एक साइबर फ्रॉड और आर्थिक अपराध मानते हुए केस दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों पर साइबर विंग और आर्थिक अपराध शाखा की मदद से कड़ी नजर रखी जा रही है।
वेब प्लेटफॉर्म्स के जरिए धोखाधड़ी और सट्टेबाजी के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे निपटने के लिए तकनीकी टीम को भी एक्टिव किया गया है।
आम जनता को चेतावनी
पुलिस ने नागरिकों को आगाह किया है कि वे किसी भी अनजान वेबसाइट या गेमिंग ऐप के जरिए पैसे लगाने से बचें। अगर कोई व्यक्ति इनाम, रिवॉर्ड या गेम जीतने के बहाने आपसे रकम की मांग करता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।