राजस्थान चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती परीक्षा में अप्रिय घटना, सुरक्षा में चूक
राजस्थान में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती परीक्षा का आयोजन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) द्वारा किया जा रहा है, जो शुक्रवार (19 सितंबर) से शुरू हो गई है। यह परीक्षा 21 सितंबर तक चलेगी, और तीन दिन के दौरान हर दिन दो पारियों में आयोजित की जा रही है। इस परीक्षा में 24 लाख 75 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं, जिसके कारण परीक्षा को छह पारियों में विभाजित किया गया है। लेकिन इस बड़े आयोजन के दौरान एक अप्रिय घटना भी सामने आई है, जिसने परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
कई जिलों में बनाए गए परीक्षा केंद्र
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती परीक्षा के लिए राजस्थान के विभिन्न जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। यह परीक्षा कई महत्वपूर्ण सरकारी पदों के लिए आयोजित की जा रही है, जिनके लिए लाखों युवाओं ने आवेदन किया है। बड़े पैमाने पर आयोजित होने वाली इस परीक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या और सुरक्षा व्यवस्थाओं की अहमियत दोनों ही बढ़ जाती है। हालांकि, इस भारी भीड़ और उच्च सुरक्षा के बीच एक घटना ने इस परीक्षा के संचालन को प्रभावित किया है।
सुरक्षा में चूक और अप्रिय घटना
परीक्षा के पहले दिन सुरक्षा में चूक की एक घटना सामने आई है। खबरों के अनुसार, कुछ परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों को प्रवेश देने के दौरान सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही देखने को मिली। कुछ सेंटरों पर अभ्यर्थियों के बैग और अन्य सामानों की जांच ठीक से नहीं की गई, जिससे सुरक्षा में चूक की संभावना बनी। इसके अलावा, कुछ अभ्यर्थियों के पास अनधिकृत सामग्री भी पाई गई, जो कि परीक्षा के नियमों के खिलाफ थी।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
घटना के बाद, संबंधित सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा उपायों को कड़ा किया गया और सभी केंद्रों पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों की ड्यूटी फिर से निर्धारित की गई। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने भी इस मुद्दे पर संज्ञान लिया और परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी रखने की घोषणा की।
अभ्यर्थियों को सावधान रहने की सलाह
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या नियमों का उल्लंघन न करने की अपील की है। बोर्ड ने यह भी कहा कि जिन अभ्यर्थियों के पास अनधिकृत सामग्री पाई जाएगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उनका प्रवेश रद्द कर दिया जाएगा।

