जयपुर में सरपंच को लाठी डंडों से पीटा, वीडियो में जानें जमीन पर कब्जा हटवाने पहुंचे थे

राजधानी जयपुर के शिवदासपुरा थाना क्षेत्र में बुधवार को दिनदहाड़े एक सनसनीखेज घटना ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। जानकारी के अनुसार, कुछ बदमाशों ने आकोदिया ग्राम पंचायत के सरपंच पर लाठी-डंडों से जानलेवा हमला कर दिया। हमले में सरपंच के दोनों पैर और एक हाथ बुरी तरह से टूट गया है। इस हमले के बाद न सिर्फ स्थानीय लोगों में आक्रोश है, बल्कि पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब यह हमला हुआ तब पुलिस टीम कुछ ही दूरी पर मौजूद थी, लेकिन उन्होंने न तो मौके पर पहुंचकर हस्तक्षेप किया और न ही हमलावरों को रोकने की कोई कोशिश की। इस निष्क्रियता को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है और स्थानीय प्रशासन के प्रति अविश्वास का माहौल बन गया है।
हमले की पूरी घटना
घटना बुधवार दोपहर की बताई जा रही है, जब आकोदिया के सरपंच किसी काम से बाहर निकले थे। तभी पहले से घात लगाए बैठे कुछ बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और उन पर लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। यह पूरी घटना कुछ ही मिनटों में हो गई, लेकिन इतनी गंभीर थी कि सरपंच को तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा।
डॉक्टरों के मुताबिक, सरपंच के दोनों पैर और एक हाथ में फ्रैक्चर हुआ है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। फिलहाल उन्हें जयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल
घटना के समय पुलिस वाहन कुछ ही मीटर की दूरी पर मौजूद था, लेकिन चश्मदीदों का कहना है कि पुलिस ने न तो समय पर हस्तक्षेप किया और न ही हमलावरों को रोकने की कोशिश की। यह लापरवाही स्थानीय लोगों में रोष का कारण बन गई है। गांववालों का आरोप है कि यदि पुलिस ने समय रहते एक्शन लिया होता तो सरपंच की हालत इतनी गंभीर न होती।
ग्रामीणों का प्रदर्शन
घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शिवदासपुरा थाने के बाहर प्रदर्शन किया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस और बदमाशों की मिलीभगत हो सकती है, और एक निष्पक्ष जांच की मांग की। कई ग्रामीणों ने कहा कि जब आम आदमी की सुरक्षा करने वाली पुलिस ही मूकदर्शक बनी रहे, तो जनता किस पर भरोसा करे?
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही उच्चाधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस का कहना है कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही, पुलिस अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि निष्क्रियता के आरोपों की जांच करवाई जाएगी और अगर कोई लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।