गृहमंत्री अमित शाह आज जयपुर दौरे पर, दो मिनट के फुटेज में जानें दादिया गांव में करेंगे सहकार और रोजगार उत्सव को संबोधित
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह गुरुवार को एकदिवसीय दौरे पर राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचेंगे। इस दौरान वे दादिया गांव में आयोजित "सहकार और रोजगार उत्सव" को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, अमित शाह इस उत्सव में हिस्सा लेकर सहकारिता क्षेत्र में चल रही योजनाओं की समीक्षा और लाभार्थियों से संवाद करेंगे। साथ ही वे विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र और चेक भी वितरित करेंगे। कार्यक्रम में कई आधारभूत संरचनाओं का लोकार्पण भी गृहमंत्री के हाथों किया जाएगा। इस दौरान राज्य और केंद्र सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम स्थल पर व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जयपुर पुलिस और केंद्रीय बलों को भी तैनात किया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, कार्यक्रम में राज्यभर के हजारों लाभार्थी पहुंचेंगे। खासकर महिला स्वयं सहायता समूह, डेयरी सहकारी समितियों और कृषि आधारित सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बड़ी भागीदारी रहेगी।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार सहकारिता क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। इसमें प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट सोसायटी (PACS) को बहुउद्देश्यीय बनाने, सहकारी डेयरियों के डिजिटलीकरण, सीड कैपिटल सपोर्ट, सहकारी बैंकों को सशक्त करने जैसी योजनाएं शामिल हैं। अमित शाह का यह दौरा सहकारिता क्षेत्र को प्रोत्साहित करने और राज्य में इसके विस्तार को गति देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
वहीं, गृह मंत्री के दौरे को लेकर राजनीतिक हलकों में भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। आगामी महीनों में राजस्थान में पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव प्रस्तावित हैं, ऐसे में केंद्र सरकार का ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष फोकस को रणनीतिक रूप से भी देखा जा रहा है।
कार्यक्रम के बाद गृहमंत्री जयपुर में कुछ अन्य बैठकें भी कर सकते हैं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी के राज्यस्तरीय नेताओं से मुलाकात और संगठन की समीक्षा शामिल है।
अमित शाह के इस दौरे को राजस्थान में सहकारिता के क्षेत्र में एक नई शुरुआत और रोजगार सृजन की दिशा में एक ठोस पहल के तौर पर देखा जा रहा है।

