Samachar Nama
×

राजस्थान में अगले 4 दिन तक हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट, वीडियो में जानें 45 डिग्री तापमान 

राजस्थान में अगले 4 दिन तक हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट, वीडियो में जानें 45 डिग्री तापमान 

राजस्थान में गर्मी का कहर इस रविवार को चरम पर पहुंच गया। राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में पारा आसमान छूता नजर आया। जयपुर में स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि एसएमएस स्टेडियम में IPL मैच देखने पहुंचे दर्शक भी गर्मी से बेहाल होकर स्टेडियम छोड़ने को मजबूर हो गए। यह नजारा साफ तौर पर प्रदेश में गर्मी के बढ़ते असर को दर्शाता है।

रविवार को जयपुर का तापमान राज्य के परंपरागत गर्म शहरों — जोधपुर, बाड़मेर और जैसलमेर — से भी अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, जयपुर में दिन का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। वहीं, जोधपुर, बाड़मेर और जैसलमेर में तापमान क्रमशः 43.5, 44 और 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

गर्मी की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एसएमएस स्टेडियम में दर्शक छाया की तलाश में एक सीट से दूसरी सीट तक भटकते रहे। कुछ दर्शक मैच शुरू होने से पहले ही बाहर लौटने लगे। जिन लोगों ने टिकट लेकर लंबा इंतजार किया था, वो भी गर्मी के आगे हार मानते हुए मैदान से बाहर निकल गए। कई दर्शकों को पानी की कमी और धूप की सीधी मार के चलते चक्कर तक आ गए। कुछ को चिकित्सा सहायता भी देनी पड़ी।

मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर ने इस भीषण गर्मी को देखते हुए प्रदेश के कई हिस्सों में अगले चार दिनों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिन अत्यधिक गर्मी के कारण जनस्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की भीषण गर्मी पश्चिमी राजस्थान में तो आम बात रही है, लेकिन जयपुर जैसे शहरी क्षेत्र में इसका अचानक तीव्र असर चिंता का विषय है। लगातार बढ़ते शहरीकरण, हरियाली की कमी और जलवायु परिवर्तन इसके पीछे मुख्य कारण माने जा रहे हैं।

स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक घर से बाहर न निकलने की अपील की है। साथ ही, स्कूलों में अवकाश की संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है, अगर गर्मी का स्तर इसी तरह बना रहा तो।

गौरतलब है कि IPL जैसा बड़ा आयोजन भी इस बार गर्मी के सामने फीका पड़ता दिखा। लोग खेल के रोमांच को छोड़कर स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए वापस लौट गए। यह घटना राज्य के लिए एक चेतावनी की तरह है कि अब जलवायु संकट को हल्के में लेना नुकसानदायक हो सकता है।

Share this story

Tags