सोना निकालने के लिए मजदूरों को सेप्टिक टैंक में उतारा, जहरीली गैस से दम घुटा, चार की मौत

जयपुर के सीतापुरा रत्न एवं आभूषण विशेष आर्थिक क्षेत्र में सोने के कण निकालने के लिए सेप्टिक टैंक में उतरे आठ मजदूरों में से चार की मौत हो गई। चारों उत्तर प्रदेश के निवासी थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार सेप्टिक टैंक में जहरीली गैस थी, जिसके कारण दम घुटने से चारों की मौत हो गई। दो अन्य लोग भी बेहोश हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों के नाम संजीव पाल, हिमांशु सिंह, रोहित पाल और अर्पित यादव हैं।
यह मामला अचल ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से संबंधित है। यहां 10 फुट गहरा सेप्टिक टैंक है, जिसे साफ करने के लिए जौहरी ने अपने मजदूरों को भेजा था। मजदूरों की मौत की सूचना मिलने पर सांगानेर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और चारों के शवों को महात्मा गांधी अस्पताल में रखवाया। जबकि अन्य दो अजय चौहान और राजपाल को आरयूएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की जांच के लिए एफएसएल टीम मौके पर पहुंची।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस ज्वेलरी फैक्ट्री में सोने-चांदी के आभूषण बनाते समय पानी के साथ सोने-चांदी के टुकड़े टैंक में जा रहे थे। इसे छानने के लिए सेप्टिक टैंक को साफ किया गया। हालांकि इसके लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इस बार फैक्ट्री मैनेजर ने मना करने के बावजूद 8 मजदूरों को टैंक में उतार दिया। टैंक में मौजूद एसिड से बहुत अधिक जहरीली गैस उत्पन्न हुई, जिससे उसमें प्रवेश करने वालों को दम घुटने लगा।
अमित और रोहित सबसे पहले टैंक में उतरे। गैस के प्रभाव से बेहोश होते ही वह चीखने लगा। उन्हें बचाने के लिए मुकेश और संजीव समेत 8 और मजदूर टैंक में उतरे। टैंक में गैस के प्रभाव के कारण सभी लोग बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत बाहर निकाला गया और महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां चार लोगों को मृत घोषित कर दिया गया।