जयपुर के पूर्व कमांडो ने माउंट एवरेस्ट पर लहराया तिरंगा, वीडियो में जानें हिलेरी स्टेप से क्या दिया संदेश

राजस्थान के साहसी पर्वतारोही हिम्मत सिंह राठौड़ ने एक और इतिहास रचते हुए विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है। इस अदम्य साहस और उपलब्धि के साथ राठौड़ ने न केवल प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है, बल्कि भारतीय पर्वतारोहण के गौरवशाली अध्याय में एक और प्रेरणादायक कहानी जोड़ दी है।
जानकारी के अनुसार, हिम्मत सिंह राठौड़ 9 मई को ‘फर्स्ट विंडो’ के तहत अपनी पर्वतारोहण टीम के साथ एवरेस्ट अभियान पर निकले थे। अनुकूल मौसम और कठिन अभ्यास के बल पर उन्होंने सफलतापूर्वक एवरेस्ट की चढ़ाई पूरी की और शिखर पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
राठौड़ ने इस अभियान के दौरान कई विपरीत परिस्थितियों का सामना किया। एवरेस्ट पर ऑक्सीजन की कमी, बर्फीले तूफान, तापमान में गिरावट और पत्थरों की ढलान जैसी चुनौतियों को पार कर उन्होंने यह सफलता हासिल की। उनकी इस यात्रा में नेपाल के स्थानीय शेरपा गाइडों की टीम भी सहयोग में रही।
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से ताल्लुक रखने वाले हिम्मत सिंह राठौड़ पहले भी कई प्रमुख पर्वत चोटियों को फतह कर चुके हैं। लेकिन एवरेस्ट पर चढ़ाई उनके जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य था, जिसे उन्होंने अथक मेहनत, समर्पण और साहस से पूरा किया।
इस अद्भुत उपलब्धि पर राजस्थान के मुख्यमंत्री, खेल मंत्री और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने राठौड़ को बधाई दी है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि “हिम्मत सिंह राठौड़ ने न केवल प्रदेश, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। यह युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
एवरेस्ट की ऊंचाई 8,848.86 मीटर है और इसे फतह करना किसी भी पर्वतारोही के लिए जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जाता है। हिम्मत सिंह राठौड़ की यह सफलता यह दर्शाती है कि भारत के युवाओं में असीम सामर्थ्य और बुलंद हौसले हैं।
माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराते समय खींची गई तस्वीरें और वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। लोग राठौड़ के जज्बे की सराहना कर रहे हैं और उन्हें बधाइयों से नवाज़ रहे हैं।
फिलहाल राठौड़ और उनकी टीम नेपाल से लौटने की तैयारी में है। जैसे ही वे भारत लौटेंगे, उनके सम्मान में राज्य सरकार और खेल संगठनों द्वारा विशेष स्वागत समारोह आयोजित किए जाने की संभावना है।