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कैदियों को होटल ले जाने वाले 5 पुलिसकर्मी गिरफ्तार, वीडियो में जानें बंदीयों को गर्लफ्रेंड से मिलाने का करते थे इंतजाम

कैदियों को होटल ले जाने वाले 5 पुलिसकर्मी गिरफ्तार, वीडियो में जानें बंदीयों को गर्लफ्रेंड से मिलाने का करते थे इंतजाम

राजधानी जयपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें सेंट्रल जेल से बंदियों को अवैध रूप से बाहर निकालकर होटलों में पहुंचाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इस पूरे प्रकरण में जयपुर के लालकोठी थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात यह है कि गिरफ्तार आरोपियों में पुलिस विभाग के 5 कर्मी भी शामिल हैं, जिन पर कानून व्यवस्था की रक्षा करने की जिम्मेदारी थी। इसके अलावा गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में 4 कैदी और उनके 4 परिजन या नजदीकी दोस्त शामिल हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामला तब उजागर हुआ जब जेल प्रशासन को कुछ बंदियों की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली। सूचना के आधार पर की गई प्रारंभिक जांच में पाया गया कि कुछ बंदियों को नियमों के विपरीत जेल से बाहर लाया जा रहा था और उन्हें जयपुर के अलग-अलग होटलों में ठहराया जा रहा था। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, वैसी ही परतें खुलती गईं, और मामला गंभीर होता चला गया।

लालकोठी थाना पुलिस ने जांच में तेजी दिखाते हुए पूरे रैकेट का भंडाफोड़ किया और इस घोटाले में शामिल लोगों को एक के बाद एक गिरफ्तार करना शुरू किया। अब तक जिन 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें जेल और पुलिस प्रशासन से जुड़े 5 कर्मी, जेल में बंद 4 कैदी, और उनके संपर्क में रहने वाले 4 अन्य बाहरी व्यक्ति शामिल हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि यह कार्य बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा था। जेल में बंदियों को बाहर निकालने के लिए कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से विशेष अनुमति या फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। कैदियों को कुछ घंटों के लिए बाहर लाकर होटलों में ले जाया जाता था, जहां वे अपने परिजनों से मिलते थे या अन्य निजी काम करते थे। इसके बदले संबंधित पुलिसकर्मियों को मोटी रकम दी जाती थी।

इस पूरे मामले में जयपुर पुलिस आयुक्तालय ने गंभीर रुख अपनाते हुए जांच को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। गिरफ्तार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।

जयपुर सेंट्रल जेल जैसे उच्च सुरक्षा वाले संस्थान में इस तरह की लापरवाही और भ्रष्टाचार का सामने आना कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। मामले की जांच अब भी जारी है और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

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