जयपुर जिले में मनाई नारायण औषधि की पहली वर्षगांठ
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनिल सिंह ने कहा कि उन्होंने आयुर्वेदिक औषधियों की खेती में हाथ आजमाया, जो वे आज भी कर रहे हैं, वे अश्वगंधा, सतवारी, जीरा, सफेद मूसली, एलोवेरा समेत तमाम औषधियों की खेती कर रहे हैं. इसका कारण यह है कि पूरी दुनिया में आयुर्वेद के प्रति गहरी आस्था है। उन्होंने 25 साल पहले विभिन्न जड़ी-बूटियों की खेती शुरू की थी, जिनमें एलोवेरा, शतावरी, अश्वगंधा, शरगंधा, सफ़ेद मूसली और मुलेठी जैसी महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियाँ शामिल थीं। साल 2010 में अनिल सिंह ने अपने पिता के नाम पर 'धीरज हर्ब्स प्राइवेट लिमिटेड' नाम की कंपनी की स्थापना की. इस कंपनी का हेड ऑफिस उनके गृहनगर दानापुर में है. यह कंपनी आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण और वितरण का काम करती है।
उन्होंने कहा- कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी के इलाज के लिए उनकी टीम लगातार रिसर्च कर रही है। हाल ही में उन्होंने 'KIM100' नाम से एक दवा लॉन्च की है, जो कैंसर मरीजों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है।