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बीजेपी के सिंदूर बांटने पर डोटासरा का तंज - सिंदूर नहीं जवाब चाहिए, राठौड़ ने किया पलटवार, कहा - कांग्रेस की मर चुकी है आत्मा

बीजेपी के सिंदूर बांटने पर डोटासरा का तंज - सिंदूर नहीं जवाब चाहिए, राठौड़ ने किया पलटवार, कहा - कांग्रेस की मर चुकी है आत्मा

पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत के हमले के बाद इस मुद्दे पर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा ने एक अभियान की घोषणा की है, जिसके तहत पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर सिंदूर बांटेंगे। राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा के सिंदूर और चावल बांटने के अभियान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने सवाल उठाया है कि प्रधानमंत्री मोदी सिंदूर क्यों बांट रहे हैं? उन्हीं महिलाओं को सिंदूर बांटने की कोशिश की जा रही है, जिनका सिंदूर एक के बाद एक उजड़ा।

"मोदी जी भारतीय संस्कृति को नहीं समझते"

डोटासरा ने कहा कि जिनका सिंदूर उजड़ा, उन्हें अब सिंदूर नहीं चाहिए, उन्हें न्याय और जवाब चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी जी भारतीय संस्कृति को नहीं समझते। कोई भी महिला अपने पति के नाम का सिंदूर लगाती है, यह भारतीय परंपरा है। ऐसे में किसी भी महिला के लिए भाजपा द्वारा बांटे जा रहे सिंदूर को स्वीकार करना असंभव है और यह प्रयास भी निंदनीय है।

मोदी खुद विदेशी चश्मा, जूते और कपड़े पहनते हैं- डोटासरा

डोटासरा ने भाजपा और आरएसएस पर सिर्फ वोट की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंदू-मुस्लिम के नाम पर जनता को गुमराह करके सत्ता में आई, लेकिन अब उनकी सारी चालें उल्टी पड़ गई हैं। डोटासरा ने मोदी के पुराने बयानों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ''एक के बदले दस सिर लाने वाले और आंखें लाल करने वाले मोदी अब ठंडे क्यों पड़ गए हैं?'' मोदी खुद विदेशी चश्मा, जूते और कपड़े पहनते हैं और फिर देश में विदेशी सामान के बहिष्कार की बात करते हैं।

मदन राठौड़ ने कहा- कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं
भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। राठौड़ ने एनडीटीवी से कहा, "डोटासरा जी की आत्मा मर चुकी है, उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि सिंदूर मां शक्ति को चढ़ाया जाता है. मां दुर्गा को चढ़ाया जाता है. सिंदूर हमारे बजरंग बली को चढ़ाया जाता है. देवताओं को चढ़ाया जाता है. वे इसके पीछे की भावना को नहीं समझते हैं. उनके पास कोई काम नहीं है, कोई मुद्दा नहीं है, उनकी खुद की पार्टी संगठित नहीं है, इसलिए वे बकवास कर रहे हैं."

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