जयपुर कमिश्नरेट में शुरू हुआ साइबर सपोर्ट सेंटर, वीडियो में जानें करेंगे साइबर क्राइम पीड़ितों की मदद और काउंसलिंग

डिजिटल युग में जहां तकनीक ने लोगों की जिंदगी को आसान बनाया है, वहीं साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं ने चिंता भी बढ़ा दी है। इसी को ध्यान में रखते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय में आज से एक नया साइबर सपोर्ट सेंटर शुरू किया गया है। इस सेंटर का उद्देश्य साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों को तत्काल सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करना है।
यह साइबर सपोर्ट सेंटर खास बात यह है कि इसका संचालन मुंबई स्थित एनजीओ 'रेस्पोंसिबल नेटिजन्स' द्वारा किया जाएगा, जो देशभर में साइबर सुरक्षा जागरूकता और सहायता कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। एनजीओ के प्रशिक्षित विशेषज्ञ पीड़ितों को साइबर फ्रॉड की रिपोर्ट दर्ज कराने, डिजिटल सबूत एकत्र करने और कानूनी सहायता उपलब्ध कराने में मदद करेंगे।
कमिश्नरेट कार्यालय में सेंटर की शुरुआत के मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और एनजीओ प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने बताया कि बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए यह सेंटर बेहद आवश्यक हो गया था। जयपुर में हाल के वर्षों में ऑनलाइन ठगी, फिशिंग, सोशल मीडिया हैकिंग, यूपीआई फ्रॉड और नकली वेबसाइटों के जरिए धोखाधड़ी के मामलों में लगातार वृद्धि देखी गई है।
अब ऐसे मामलों में आम नागरिक सीधे इस साइबर सपोर्ट सेंटर से संपर्क कर सकेंगे और उन्हें प्रारंभिक स्तर पर ही आवश्यक सहयोग मिलेगा। सेंटर पर उपस्थित प्रशिक्षित टीम पीड़ित को न सिर्फ तकनीकी सहायता देगी, बल्कि साइबर अपराध की रिपोर्ट साइबर क्राइम पोर्टल और संबंधित पुलिस थानों तक पहुंचाने में भी मदद करेगी। इसके अलावा लोगों को भविष्य में साइबर धोखाधड़ी से बचने के उपाय भी बताए जाएंगे।
सेंटर का उद्देश्य न केवल सहायता देना है, बल्कि नागरिकों में डिजिटल जागरूकता भी बढ़ाना है। इसके तहत स्कूलों, कॉलेजों और ऑफिसों में साइबर सुरक्षा से जुड़े विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जयपुर पुलिस का मानना है कि अगर लोग सतर्क रहें और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का सुरक्षित उपयोग करें, तो कई साइबर अपराधों से बचा जा सकता है।
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने यह भी बताया कि यह पहल राज्य के अन्य जिलों में भी चरणबद्ध तरीके से लागू की जा सकती है, यदि यह मॉडल सफल होता है। फिलहाल जयपुर शहर के निवासी कमिश्नरेट कार्यालय स्थित इस सेंटर में सीधे जाकर या हेल्पलाइन नंबर के जरिए संपर्क कर सकते हैं।