जयपुर में विधायक बालमुकुंदाचार्य के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, वीडियो में देखें पुलिस से भी हुई नोकझोंक

राजस्थान की राजनीति में शुक्रवार को उस समय हलचल तेज हो गई जब जयपुर के हवामहल विधानसभा क्षेत्र में विधायक बालमुकुंदाचार्य द्वारा तिरंगे के कथित अपमान को लेकर राजस्थान युवा कांग्रेस ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन उस वीडियो के वायरल होने के बाद हुआ, जिसमें विधायक तिरंगे से पसीना पोंछते नजर आ रहे हैं।
इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। आम लोगों से लेकर विपक्षी नेताओं तक ने इस कृत्य को देश के राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान बताते हुए निंदा की। युवा कांग्रेस ने इसे असहनीय बताया और विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
युवा कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
जयपुर में हुए इस विरोध प्रदर्शन में राजस्थान युवा कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए बालमुकुंदाचार्य का पुतला जलाया और उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि “यह कोई साधारण घटना नहीं है। तिरंगा हमारे देश की आत्मा है और उसका इस प्रकार अपमान किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने विधायक के तत्काल इस्तीफे की मांग की और चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं की गई तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।
विधायक की सफाई
विवाद बढ़ने के बाद विधायक बालमुकुंदाचार्य की ओर से बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा कि वीडियो को भ्रामक तरीके से प्रस्तुत किया गया है और उनका ऐसा कोई उद्देश्य नहीं था जिससे तिरंगे का अपमान हो। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि जिस कपड़े से उन्होंने पसीना पोंछा, वह वास्तव में तिरंगे जैसा दिखने वाला एक सामान्य कपड़ा था, न कि असली राष्ट्रीय ध्वज।
हालांकि, उनकी इस सफाई को विपक्षी दल और प्रदर्शन कर रहे युवा कांग्रेस कार्यकर्ता प्रचार का बहाना बता रहे हैं। उनका कहना है कि सार्वजनिक जीवन में रहने वाले व्यक्ति को प्रतीकों और संवेदनशीलता का ध्यान रखना चाहिए।
राजनीतिक माहौल गरमाया
इस प्रकरण ने हवामहल क्षेत्र के साथ-साथ पूरे जयपुर और राजस्थान की राजनीति को गरमा दिया है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को विधानसभा तक ले जाने की तैयारी कर ली है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा आगामी समय में और राजनीतिक रंग ले सकता है, खासकर जब मामला देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव से जुड़ा हो।