ईदगाह के अधूरे काम पर कांग्रेस विधायक का सवाल, वीडियो में जानें रफीक खान बोले- धार्मिक भेदभाव नहीं होना चाहिए

ईद उल अजहा के पावन अवसर पर जहां पूरे प्रदेश में खुशियों का माहौल है, वहीं जयपुर के कांग्रेस विधायक रफीक खान ने इस मौके पर एक गंभीर मुद्दा उठाते हुए सरकार का ध्यान ईदगाह के अधूरे विकास कार्य की ओर खींचा है। विधायक रफीक खान ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में ईदगाह के विकास के लिए स्वीकृत 10 करोड़ रुपये के बजट के बावजूद अब यह कार्य बीच में ही रोक दिया गया है।
गहलोत सरकार में मिली थी स्वीकृति
विधायक रफीक खान ने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में ईदगाह के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया था। इस बजट के तहत ईदगाह परिसर में सुविधाएं बढ़ाने, सौंदर्यीकरण, साफ-सफाई, जल निकासी और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर योजनाएं तैयार की गई थीं।
टेंडर और काम शुरू होने के बाद रुका प्रोजेक्ट
विधायक ने कहा कि इस योजना के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी और काम भी शुरू कर दिया गया था। लेकिन मौजूदा सरकार ने न सिर्फ काम को रोक दिया, बल्कि इसके कारणों की जानकारी भी सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्होंने इसे अल्पसंख्यक समुदाय के साथ अन्याय बताया।
समुदाय में गहरी नाराजगी
रफीक खान ने कहा कि यह मामला केवल विकास कार्य से जुड़ा नहीं है, बल्कि इससे धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं। ईदगाह मुस्लिम समाज की आस्था का केंद्र है, और ऐसे पवित्र स्थल पर सुविधाओं का अभाव समाज के साथ भेदभाव जैसा महसूस होता है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया जाएगा।
सरकार से मांग: काम दोबारा शुरू किया जाए
कांग्रेस विधायक ने राज्य सरकार से अपील की है कि विकास कार्य को जल्द से जल्द फिर से शुरू किया जाए और जो बजट स्वीकृत हुआ था, उसी के तहत सभी कार्य पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
राजनीतिक गलियारों में हलचल
ईदगाह के विकास कार्य पर विवाद ने राजनीतिक हलचल भी बढ़ा दी है। कांग्रेस इसे भाजपा सरकार की "जनविरोधी" नीति करार दे रही है, जबकि भाजपा की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।