अशोक गहलोत के बयान पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष का पलटवार, छिड गई जुबानी जंग, वीडियो हो रहा वायरल
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर सियासत गरमा गई है। इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दिए गए बयान पर अब बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने गहलोत के बयान को गैर-जिम्मेदाराना करार देते हुए कहा कि, "गहलोत साहब ना तो डॉक्टर हैं और ना ही जगदीप धनखड़ के निजी चिकित्सक, ऐसे में उन्हें इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए।"
राठौड़ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब कोई सम्माननीय और संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति स्वयं अपनी अस्वस्थता का हवाला देकर पद से त्यागपत्र देता है, तो उस पर अविश्वास जताना न केवल अशोभनीय है, बल्कि संवैधानिक गरिमा के भी खिलाफ है। उन्होंने आगे कहा कि “गहलोत को इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने से बचना चाहिए।”
क्या कहा था अशोक गहलोत ने?
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर संदेह जताया था और इसे एक संभावित राजनीतिक रणनीति का हिस्सा बताया था। उन्होंने इशारों में कहा था कि यह सिर्फ स्वास्थ्य कारण नहीं हो सकता, इसके पीछे कोई और "मूव" भी हो सकता है, जिसे आरएसएस और बीजेपी ने मिलकर तैयार किया हो। गहलोत के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई थी।
राठौड़ ने बताया विपक्ष का दोहरा चरित्र
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष को संवैधानिक पदों की गरिमा का तनिक भी ख्याल नहीं है। "कभी न्यायपालिका पर सवाल उठाए जाते हैं, कभी राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति जैसे उच्च पदों को भी राजनीति में घसीटने की कोशिश की जाती है। ये विपक्ष की हताशा को दर्शाता है," राठौड़ ने कहा।
कांग्रेस की ओर से पलटवार संभव
हालांकि कांग्रेस की ओर से अभी तक राठौड़ के बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार, गहलोत अपने बयान पर कायम हैं और उनका मानना है कि धनखड़ का इस्तीफा महज स्वास्थ्य कारणों से नहीं है।

