एसीबी का एएसपी और 2 दलाल रिश्वत मामले में गिरफ्तार, वीडियो में जानें डीटीओ समेत कई अधिकारियों से लेता था मंथली बंधी

भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की जयपुर इकाई ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। ACB मुख्यालय में ही तैनात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) सुरेंद्र कुमार शर्मा को रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनके साथ दो कथित दलालों को भी हिरासत में लिया गया है। यह कार्रवाई टेक्निकल एविडेंस के आधार पर की गई है, जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
सूत्रों के अनुसार, सुरेंद्र कुमार शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने रिश्वत के लेन-देन में दो निजी व्यक्तियों के माध्यम से संलिप्तता दिखाई और पद का दुरुपयोग किया। ACB के अनुसार, उनके खिलाफ पहले से ही निगरानी चल रही थी और कुछ समय से टीम उनके कार्यों पर नजर बनाए हुए थी। जब पर्याप्त तकनीकी सबूत ACB के पास इकट्ठा हो गए, तब सोमवार को कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले में ACB ने टेक्निकल सर्विलांस, कॉल रिकॉर्डिंग, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से प्राप्त प्रमाणों के आधार पर यह पुष्टि की कि आरोपी एएसपी ने अवैध लेन-देन में भूमिका निभाई है। ACB के डीजी हेमंत प्रियदर्शी के नेतृत्व में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB की "जीरो टॉलरेंस" नीति का हिस्सा है।
फिलहाल ACB की टीम तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि रिश्वत की रकम किन मामलों में ली गई और इसमें और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं। इस बात की भी जांच की जा रही है कि आरोपी एएसपी ने अपने पद का कितनी बार और किन-किन मामलों में दुरुपयोग किया।
यह मामला इसलिए भी अधिक संवेदनशील बन गया है क्योंकि आरोपी सुरेंद्र कुमार शर्मा खुद ACB मुख्यालय में पदस्थापित थे — यानी भ्रष्टाचार निरोधक विभाग का ही हिस्सा थे। ऐसे में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए बनाए गए विभाग में ही रिश्वतखोरी का खुलासा होना विभाग की साख पर भी सवाल खड़ा करता है।
इस घटना के सामने आने के बाद राज्य भर में ACB की कार्यप्रणाली और आंतरिक अनुशासन को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। ACB के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि भ्रष्टाचार चाहे कहीं भी हो और कोई भी अधिकारी शामिल हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
ACB जल्द ही इस मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए आरोपियों को न्यायालय में पेश करेगी और रिमांड की मांग करेगी, ताकि उनसे और जानकारी हासिल की जा सके। आगामी दिनों में इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।