जयपुर में गाजर का हलवा खाने से 12 पुलिसकर्मी बीमार, एक्सक्लुसीव फुटेज में जानें मिठाई की दुकान सीज, सोढाणी स्वीट्स से लिए सैंपल
शहर के टोंक रोड स्थित शंकर मिष्ठान भंडार से ऑर्डर किए गए गाजर के हलवे ने 12 पुलिस जवानों और अधिकारियों की तबीयत बिगाड़ दी। सभी को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें तत्काल जयपुर के अलग-अलग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। अधिकारियों ने बताया कि हलवे के साथ ऑर्डर किए गए समोसे सोढाणी स्वीट्स से मंगवाए गए थे, लेकिन प्रारंभिक जांच में गाजर के हलवे को ही मुख्य कारण माना जा रहा है।
घटना गुरुवार को हुई थी। इसके तुरंत बाद शुक्रवार को जयपुर सिटी मजिस्ट्रेट और सीएमएचओ की टीम ने मिठाई की दुकान पर छापा मारा। सीएमएचओ डॉ. रवि शेखावत के निर्देशन में टीम ने टोंक रोड स्थित शंकर मिष्ठान भंडार का दौरा किया। टीम ने मौके पर गाजर के हलवे का कोई स्टॉक नहीं पाया, लेकिन हलवा बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री के सैंपल लिए गए।
सैंपल को जांच के लिए लैब भेजा गया है। सीएमएचओ ने कहा कि सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय किया जाएगा कि किस प्रकार की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही मिठाई की दुकान को तुरंत सीज कर दिया गया है ताकि आगे किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या से बचा जा सके।
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और नागरिकों में चिंता पैदा कर दी है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि खाद्य सामग्री की गुणवत्ता और सुरक्षा का पालन करना अनिवार्य है। सीएमएचओ डॉ. रवि शेखावत ने कहा, “हम किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे। मिठाई या अन्य खाद्य पदार्थ जनता और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षित होने चाहिए।”
पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया कि घायल कर्मचारियों की हालत फिलहाल स्थिर है और उनका उपचार जारी है। उन्होंने कहा कि बीमार होने वाले अधिकारियों में से कोई गंभीर स्थिति में नहीं है, लेकिन उन्हें पूरी तरह स्वस्थ होने तक हॉस्पिटल में रखा गया है।
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने शहर के सभी मिठाई और खानपान प्रतिष्ठानों को सतर्क रहने और गुणवत्तापूर्ण सामग्री का प्रयोग सुनिश्चित करने की हिदायत दी है। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को खाद्य विषाक्तता के लक्षण दिखें तो तुरंत नजदीकी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
इस घटना ने शहर में खाद्य सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर कर दिया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जनता के स्वास्थ्य को खतरे में डालने वाले किसी भी प्रतिष्ठान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

