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Indore क्या करें कि ई-चालान न बने, जानें-ट्रैफिक कंट्रोल रूम का कामकाज... पहली बार ट्रैफिक पुलिस के आरएलवीडी सर्विलांस कंट्रोल रूम से लाइव
 

ट्रैफिक पुलिस ने  सुबह से ही वाहन चलाते समय ध्रूम्रपान करने वाले वाहन चालकों, नाबालिग वाहन चालकों और गलत दिशा में चलने वाले वाहन चालकों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया था.


मध्यप्रदेश न्यूज़ डेस्क, एमटीएच कंपाउंड स्थित ट्रैफिक मैनेजमेंट कंट्रोल रूम पर तैनात आरक्षक दीपिका शर्मा दास और अन्य कर्मचारियों ने बताया कि शहर के 28 आरएलवीडी सिस्टम से लैस चौराहों पर मॉनीटर से नजर रखते हैं. एक टीम लाइव ई-चालान तो दूसरी मैन्युअल चालान बनाती है. मैन्युअल में ऐसे वाहन चालक पर फोकस होता है, जिनके नंबर प्लेट तय मापदंड के अनुसार नहीं होते. जैसे-अंग्रेजी में छोटे अक्षर, हिन्दी में नंबर लिखे या बगैर नंबर प्लेट वाले वाहन होना.
एक समय में 1300 रुपए का चालान

रेड लाइट में स्टॉप लाइन क्रॉस करने पर 500, उस दौरान तीन लोग बैठे हैं तो 500 और, चालक के हेलमेट नहीं पहनने पर 300 रुपए का जुर्माना लगता है. यानि एक समय में दोपहिया चालक को 1300 रुपए का भुगतान करना पड़ सकता है.
ऐसे तोड़ते हैं नियम और बनते हैं ई-चालान
रूम की विभिन्न स्क्रीन पर नजर रख रहे स्टाफ ने एग्रीकल्चर, गीताभवन, जीपीओ चौराहे की लाइव वीडियो से जानकारी दी.
पुलिसकर्मियों ने बताया कि लोग सिग्नल लाइन की अनदेखी करते हैं. चालानी कार्रवाई से बचने के लिए दूर से भांप लें कि सिग्नल पर लाइट और टाइमर की स्थिति क्या है. यदि सिग्नल पर पीली बत्ती जली है या जलने वाली है तो स्टॉप लाइन के पहले वाहन रोकें.
कई बार पीली लाइट जलने के दौरान लोग स्टॉप लाइन क्रॉस करते हैं. ऐसे में एकदम वाहन रोकने की बजाए 3 से 4 सेकंड में पाइंट को क्रॉस किया जा सकता है. लेकिन, लोग स्टॉप लाइन क्रॉस कर जेब्रा क्रॉसिंग पर वाहन खड़े कर देते हैं. इनके चालान बनते हैं.
स्टॉप लाइन के आगे वाहन चले जाएं तो उसे तुरंत पीछे ले सकते हैं. कई बार वाहन रिवर्स लेने की जगह नहीं होती और चालानी कार्रवाई होती है.
कुछ लोग जान बूझकर सिग्नल तोड़ते हैं. पुलिसकर्मी कपड़े, वाहन मॉडल, नंबर के आधार पर अगले पाइंट पर जानकारी देते हैं और चालान बनता है.
प्रफुल्ल जोशी, ट्रैफिक विशेषज्ञ
चौराहे से लेफ्ट टर्न लेने वालों को वहां पहुंचने से पहले विचार करना चाहिए. ताकि वाहन सही लेन पर चले. जैसे लेफ्ट टर्न के पहले रोड की लेफ्ट तरफ चलना, सीधे जाने के लिए बीच में चलना आदि. स्टॉप लाइन पर रूके व्यक्ति को पीछे खड़ा वाहन चालक हॉर्न बजाकर जगह देने को विवश करता है. इससे भी नियम टूटते हैं.
गलती सुधारने वालों को देते हैं रियायत
सिग्नल पर वाहन चालक का आशय सिग्नल जंप करने का है तो उनका चालान जनरेट किया जाता है. जो लोग स्टॉप लाइन क्रॉस करने के बाद वाहन पीछे करने का प्रयास करते हैं यानी गलती सुधारने वालों को टीम चालानी दायरे में नहीं लाती. कंट्रोल रूम से टीम ऐसे लोगों पर नजर रखती है, जो बार-बार सिग्नल तोड़ते हैं.
मनीष अग्रवाल, डीसीपी ट्रैफिक

इंदौर न्यूज़ डेस्क !!!
 

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