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Indore चंपू, चिराग, धवन व कैलाश आपस में लड़ रहे, ये जेल के लायक, जमानत निरस्त करें, प्रशासन ने हाई कोर्ट में पेश किया जवाब
 

Indore चंपू, चिराग, धवन व कैलाश आपस में लड़ रहे, ये जेल के लायक, जमानत निरस्त करें, प्रशासन ने हाई कोर्ट में पेश किया जवाब


मध्यप्रदेश न्यूज़ डेस्क, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर कालिंदी गोल्ड, सेटेलाइट हिल्स और अन्य कॉलोनियों के मामले में पीड़ितों के मामले हल करने की शर्त पर चंपू-चिराग शाह -हैप्पी धवन और कैलाश गर्ग को जमानत दी गई थी. एक साल से ज्यादा समय हो गया, एक-दूसरे पर टालमटोल कर रहे हैं.
प्रशासन का समय खराब कर रहे हैं. सभी आरोपी जेल में रहने लायक ही है. इनकी जमानत निरस्त कर इन्हें फिर जेल भेज दिया जाए. इस तरह की सिफारिश के साथ प्रशासन ने हाई कोर्ट में जवाब पेश किया है. पिछली सुनवाई को अपर कलेक्टर को कोर्ट ने वस्तुस्थिति जानने के लिए तलब किया था. इसमें एक साल में सहयोग व मामले के निराकरण की रिपोर्ट मांगी थी. कोर्ट के समय वस्तुस्थिति पेश करते हुए स्पष्ट लिखा, इनके अलावा भी मामले लगातार आ रहे हैं. जांच व प्रयास कर राहत दिलवाई. अब यह लोग आपस में आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं. सहयोग नहीं कर रहे. लोगों से लिया गया पैसा इनके पास ही है. कोर्ट द्वारा जिन शर्तों के साथ जमानत दी गई थी, उनका भी पालन नहीं हो रहा है. बताया जा रहा है, पुलिस की ओर से भी चिराग के खिलाफ कार्रवाई चल रही है.
रिपोर्ट में यह कहा

सेटेलाइट हिल्स में मामला चंपू रितेश अजमेरा व कैलाश गर्ग के बीच उलझा है. प्लॉटधारकों को कब्जा नहीं दे रहे हैं. दोनों आपस में लड़ते हैं. जब तक इनका निराकरण नहीं हो जाता प्लॉट पर कब्जा दिलाने का औचित्य नहीं है. गर्ग विकास भी नहीं करने दे रहा.
फिनिक्स संस्था लिक्विडेटर के पास है. उसके बहाने समस्याओं का निराकरण नहीं करवा रहे हैं.
कालिंदी गोल्ड में हैप्पी धवन व चंपू ने कुछ मामले किए हैं, लेकिन अधिकांश में टालमटोल कर रहे हैं.
चिराग, धवन व चंपू एक-दूसरे पर ढोल देते हैं.

इंदौर न्यूज़ डेस्क !!!
 

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