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इंदौर में नकली नोट छापने वाले रैकेट का भंडाफोड़, मुख्य आरोपी गिरफ्तार; प्रिंटर, केमिकल और 500-500 के फर्जी नोट बरामद

इंदौर में नकली नोट छापने वाले रैकेट का भंडाफोड़, मुख्य आरोपी गिरफ्तार; प्रिंटर, केमिकल और 500-500 के फर्जी नोट बरामद

मध्य प्रदेश के इंदौर में क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली नोट छापने वाले एक संगठित रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अब तक इस गिरोह से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने नकली नोट छापने में इस्तेमाल होने वाले प्रिंटर, विशेष केमिकल, कागज और 500-500 रुपये के नकली नोटों की खेप बरामद की है।

क्राइम ब्रांच अधिकारियों के अनुसार, उन्हें काफी समय से सूचना मिल रही थी कि इंदौर और आसपास के इलाकों में बड़ी मात्रा में नकली नोट खपाए जा रहे हैं। शुरुआती जांच में सामने आया कि यह गिरोह अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर असली नोटों जैसी दिखने वाली करेंसी तैयार कर रहा था। इसके बाद पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से इस नेटवर्क को ट्रैक किया।

पुलिस ने पहले इस गिरोह से जुड़े तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन गिरोह का मास्टरमाइंड फरार चल रहा था। लगातार दबिश और पूछताछ के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी को भी धर दबोचा। उसकी गिरफ्तारी के साथ ही इस नकली नोट रैकेट की एक अहम कड़ी पुलिस के हाथ लग गई है।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने जिस तरह के उपकरण बरामद किए हैं, उससे साफ है कि आरोपी नकली नोट छापने के लिए प्रोफेशनल सेटअप चला रहे थे। प्रिंटर के साथ-साथ ऐसे केमिकल भी मिले हैं, जिनका इस्तेमाल नोटों के रंग, चमक और बनावट को असली जैसा बनाने में किया जाता था। पुलिस को शक है कि ये नकली नोट बाजार में आम लोगों के बीच आसानी से खपाए जा रहे थे।

क्राइम ब्रांच अधिकारियों ने बताया कि आरोपी नकली नोटों को छोटे व्यापारियों, ग्रामीण इलाकों और भीड़भाड़ वाले बाजारों में चलाते थे, ताकि किसी को शक न हो। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि इस गिरोह के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े हो सकते हैं, जिसकी जांच की जा रही है।

गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं और जालसाजी से जुड़े कानूनों के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि नकली नोटों की सप्लाई किन-किन इलाकों में की गई और इसमें और कौन-कौन लोग शामिल हैं।

इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे नकली नोटों को लेकर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। विशेषज्ञों का कहना है कि नकली नोट न केवल आर्थिक अपराध हैं, बल्कि देश की आर्थिक सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा होते हैं।

फिलहाल क्राइम ब्रांच पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है। पुलिस का दावा है कि इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की भी जल्द गिरफ्तारी की जा सकती है। इस कार्रवाई को इंदौर पुलिस की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।

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