Samachar Nama
×

Indore दुकानों से रोजाना कई बार इस्तेमाल हो चुका 700 लीटर से ज्यादा तेल खरीद रही कंपनियां, बना रहे बायोडीजल

आने वाले समय में ऊर्जा क्रांति लाएगा ये बायोडीजल, जानिये
 

मध्यप्रदेश न्यूज़ डेस्क, शहर में ऐसी कई दुकानें हैं जहां पर समोसे, कचोरी, नमकीन सहित पूरी व अन्य सामग्री की खपत अधिक है. इनमें से कई दुकानों पर तेल का इस्तेमाल चार-पांच बार से अधिक भी हो रहा है. इस तरह के तेल में बने खाद्य पदार्थ का उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसे लेकर फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अभियान शुरू किया है. रीपर्पज यूज्ड कुकिंग आइल अभियान के तहत शहर से हर रोज 600 से 700 लीटर तला हुआ तेल कंपनियों के माध्यम से खरीदा जा रहा है. इसका उपयोग बायोडीजल के लिए हो रहा है. शहर में लगभग तीन हजार ठेले व दुकानों पर तेल का बार-बार उपयोग कर खाद्य सामग्री बनाई जाती है लेकिन इस अभियान से जुड़कर लगभग 100 व्यापारी ही उपयोग किए तेल को बेच रहे हैं. शहर में सबसे अधिक दुकानें समोसे-कचोरी की है. इनमें पूरे दिन सामग्री बनाई जाती है. नमकीन को लेकर भी कई कारखाने संचालित हैं.
शहर में दो कंपनियां कर रहीं काम


चार से पांच बार तेल उपयोग के बाद इसे इस्तेमाल नहीं करने वालों से खरीदने के लिए दो कंपनियां विभाग के पास अनुबंधित हैं. बाजार से जला हुआ तेल खरीदते हैं और बायोडीजल बनाने वाली कंपनियों को बेचा जाता है.
किडनी-लिवर पर हो सकता है असर
जानकारी के अनुसार तेल का टोटल पोलर कंपाउंड (टीपीसी) 25 से अधिक नहीं होना चाहिए. 25 से अधिक टीपीसी वाले तेल में बनी वस्तुएं बार-बार खाने से किडनी, लिवर खराब होने सहित कैंसर तक का खतरा हो सकता है.
विभाग द्वारा यह योजना शुरू की गई थी. इसमें व्यापारी जुड़कर तेल का अधिक उपयोग न कर उन्हें कंपनियों को बेच रहे हैं ताकि ग्राहकों को शुद्धता से निर्मित खाद्य सामग्री मिल सके. इसे लेकर व्यापारियों को जागरूक भी किया जा रहा है. धीरे-धीरे व्यापारियों की संख्या बढ़ रही है.
- मनोज रघुवंशी खाद्य सुरक्षा अधिकारी, इंदौर

इंदौर न्यूज़ डेस्क !!!
 

Share this story

Tags