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Indore प्रगति का आधार मानव विकास सूचकांक
 

वैश्विक संकेत, स्वस्थ मैक्रोज की उम्मीदों से इक्विटी सूचकांक को मिला बढ़ावा 


मध्यप्रदेश न्यूज़ डेस्क, श्री वैष्णव विद्यापीठ विवि द्वारा पोखरण परमाणु परीक्षण की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर प्रख्यात परमाणु वैज्ञानिक पद्मविभूषण डॉ. अनिल काकोड़कर, पूर्व चेयरमेन एटॉमिक एनर्जी कमीशन का व्याख्यान  श्री वैष्णव प्रबंध संस्थान सभागृह में आयोजित किया गया. शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई, जिसके बाद विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पुरषोत्तमदास पसारी एवं कुलपति डॉ. उपिन्दर धर ने डॉ. काकोड़कर का स्वागत किया. डॉ काकोड़कर ने कहा कि परमाणु परीक्षण का मुख्य उद्देश्य परमाणु ऊर्जा के प्रसार के माध्यम से देश के विकास को गति प्रदान करना है. नाभिकीय ऊर्जा के मुख्य तीन स्तम्भ होते है - सुरक्षा, आर्थिक समृद्धि एवं सामाजिक ख़ुशहाली. यह तीनो किसी भी देश के विकास के मुख्य कारक है. भारत अपनी प्रौद्योगिकी क्षमता से परमाणु हथियार संपन्न देश बना, हम 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाते है. कुलाधिपति पुरषोत्तमदास पसारी एवं कुलपति डॉ.धर ने डॉ.काकोड़कर को स्मृति चिन्ह भेंट किया.

डॉ. काकोडकर ने कहा, किसी भी देश की आर्थिक उन्नति का मुख्य आधार मानव विकास सूचकांक है. किसी भी देश का आर्थिक संपन्न होना तभी कहलाएगा, जब उस देश की पूंजीगत आय वैश्विक स्तर पर हो जाए. उन्होंने नेट जीरो एनर्जी तथा थोरियम के उपयोग पर जोर दिया. उन्होंने वैश्विक शांति और परमाणु ऊर्जा के उपयोग पर गांधीजी के विचार, मूल्यों को आवश्यक बताया. इस अवसर पर शिक्षक, वैष्णव समूह न्यास के न्यासी तथा आरआर केट के निदेशक एसवी नाखे एवं सहयोगी वैज्ञानिक भी मौजूद थे.

इंदौर न्यूज़ डेस्क !!!
 

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