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Hisar सरसों के साथ गेहूं की खरीद पर भी पडा असर, आढ़तियों ने 10 मिनट बंद किया मंडी गेट

Hisar सरसों के साथ गेहूं की खरीद पर भी पडा असर, आढ़तियों ने 10 मिनट बंद किया मंडी गेट

हिसार न्यूज डेस्क।। बुधवार को भी दादरी जिले की मंडियों में सरसों की खरीद बंद रही। जीएसटी लागू होने से नाराज आढ़तियों ने एक बार तो मंडी का गेट बंद कर दिया, लेकिन बाद में पुलिस के पहुंचने पर 10 मिनट बाद गेट खोल दिया। हालांकि, उन्होंने खरीद रोकने के साथ ही सरसों से भरे वाहनों को खाली नहीं करने का भी निर्णय लिया है. इसके चलते बुधवार शाम तक सरसों से भरे वाहन मंडी में खड़े रहे। बुधवार को भी गेहूं की खरीद नहीं हो सकी।

पिछले दो दिनों में करीब 3500 किसानों ने सरसों बेचने के लिए मंडियों में गेट पास कटाए, लेकिन अपनी उपज नहीं बेच सके। मंगलवार को सरसों के 2505 और बुधवार को 1044 गेटपास काटे गए, लेकिन बुधवार को भी आढ़ती किसानों की उपज काटने को राजी नहीं हुए। सरसों की खरीद पर जीएसटी लगाने के फैसले के खिलाफ आढ़तियों ने दो बैठकें कीं. इसमें उन्होंने कहा कि वे सरसों की ट्रॉलियां व अन्य वाहन भी नहीं हटाएंगे।

बुधवार को कुछ आढ़तियों ने मंडी का गेट भी बंद कर दिया, लेकिन सिटी थाने की टीम तुरंत वहां पहुंच गई। पुलिस अधिकारी के समझाने पर एजेंटों ने 10 मिनट बाद ही गेट खोल दिया. हालांकि, गेट बंद होने का बाजार पर कोई खास असर नहीं पड़ा। गेट खोलने के बाद पुलिस टीम ने सचिव के साथ आढ़तियों की बैठक की, जिसमें आढ़ती अपनी मांगों पर अड़े रहे. उन्होंने कहा कि गुरुवार से आढ़ती न तो सरसों हटाएंगे और न ही खरीदेंगे। ऐसे में सरसों के वाहन नहीं मिलने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

- 40 हजार क्विंटल गेहूं मंडियों में पहुंच चुका है।
जिले की मंडियों में राजस्व एवं गेहूं की खरीद जारी है। हालांकि, आय कम होने के कारण खरीदारी की प्रक्रिया भी धीमी है। करीब 40 हजार क्विंटल गेहूं मंडियों में पहुंच चुका है। मंगलवार शाम तक मंडी में एक हजार किसान गेहूं लेकर पहुंच चुके थे। दादरी और बाढड़ा मंडी के साथ-साथ ज़ोझुकलां, बौंदाकलां और छपार में कुल 20,000 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई है।

दो लाख क्विंटल सरसों की निकासी हो चुकी है
मंगलवार शाम तक जिले की मंडियों में 6.25 लाख क्विंटल सरसों की आवक हो चुकी है। इसमें से 3.56 लाख क्विंटल की खरीद हो चुकी है। खरीदी गई सरसों में से दो लाख क्विंटल सरसों वापस ले ली गई है। पिछले छह दिन से सरसों की खरीद न होने से मांग बढ़ गई है। उठान की गति 12 हजार क्विंटल प्रतिदिन तक पहुंच गई है। अगले दो-तीन दिन में सरसों की खरीद शुरू होने की संभावना नहीं है।

किसान बोले: सुबह से मंडी में बैठा हूं, ट्रॉली खाली नहीं है
सुबह सरसों बेचने दादरी मंडी पहुंचे थे। यहां गेट पास तो कट जाता है, लेकिन कोई भी सरसों की ट्रॉली खाली करने को तैयार नहीं होता। इसकी प्रतीक्षा करते-करते मैं बहुत व्याकुल हो गया हूँ क्योंकि शाम होने लगी है। सुबह करीब छह बजे बाजार आये. गेट पास मिलने के बाद मैंने सोचा कि सामान जल्द ही बिक जाएगा और मैं समय पर घर पहुंच जाऊंगा। अब शाम हो गयी है, लेकिन ट्रॉली खाली नहीं है, चिंता बढ़ गयी है.

हरियाणा न्यूज डेस्क​।। 

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