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Haridwar अहिल्याबाई धर्मपीठ ने विभूतियों को नवाजा
 

Haridwar अहिल्याबाई धर्मपीठ ने विभूतियों को नवाजा

उत्तराखंड न्यूज़ डेस्क,  ऋषिकुल ऑडिटोरियम में पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी धर्मपीठ की ओर से राष्ट्रीय पुरस्कार-2023 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता करते हुए निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा कि भारतीय इतिहास में देवी अहिल्याबाई होलकर का नाम अमर है। मुगल आक्रांताओं से लोहा लेने के साथ ही भारतीय मंदिरों के संरक्षण और संवर्धन में देवी अहिल्याबाई ने जो योगदान दिया वो इतिहास में भुलाया नहीं जा सकता है। अहिल्याबाई होलकर ने सोमनाथ और काशी विश्वनाथ जैसे मठ मंदिरों की रक्षा की और उनका जीर्णोद्धार भी कराया।

स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर को देवी का स्वरूप माना जाता है और इसलिए ही उनके नाम से लोगों को सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम में भारतीय प्रशासनिक सेवा में कार्यरत अमित गुणवन्त को कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी पुरस्कार, हरिभक्त परायण बसवेश्वर वैजनाथ को संत सेवक पुरस्कार, पंकज गोयल को भारत तिब्बत के बीच मैत्री के लिए शांति दूत पुरस्कार, शेफर्ड इंडिया इंटरनेशनल के एनबी हरीश को समाज सेवक पुरस्कार, हनुमन नाझिरकर को धर्म सेवा पुरस्कार, विनोद निकालजे को समाय रत्न, नेहा रावत को अभिनेत्री पुरस्कार, डॉ. रिचा गर्ग को देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन चरित्र पर शोध के लिए शोधार्थी पुरस्कार, रोशन लाल खार को धार्मिक क्षेत्र में योगदान के लिए पुरस्कार और उत्तराखंड के टेनिस खिलाड़ी ध्रुव पाल को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, रिटायर जज लोकपाल सिंह, कार्यक्रम आयोजक सागर धापते पाटिल, कनक पीठ कर्नाटक के पीठाधिश्वर सिद्धारामानन्द पुरी, यूपी के पूर्व राज्यमंत्री सतीश पाल, माहिराज सिंह आदि मौजूद थे। संचालन पंतजलि यूनिवर्सिटी की प्रो. आरती पाल और अहिल्याबाई होलर महापीठ के संस्थापक विजय सिंह पाल ने किया। हरिद्वार न्यूज़ डेस्क!!!

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