
उत्तराखंड न्यूज़ डेस्क, ज्वालापुर के हादसे में जान गंवाने वाले 10 साल के मासूम मुनीर को गमगीन माहौल के बीच ज्वालापुर स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. जनाजे में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी. उधर प्रशासन की ओर से देर शाम को चार लाख रुपये का मुआवजा मृतक के परिजनों को दिया. घायलों की रिपोर्ट आने के बाद उनको भी मुआवजा दिया जाएगा.
तीन दिन बाद होगा ऑपरेशन मुनीर के भाई समीर को भी फिलहाल अस्पताल से परिजन घर ले गए. दो-तीन दिन में उसके हाथ का ऑपरेशन होगा.
तीन बहनें और दो भाई लोधामंडी निवासी जुल्फुकार के पांच बच्चे हैं. सबसे बड़ा समीर और तीन बेटियां व एक 10 साल का मुनीर था. परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है. समीर ने कुछ समय पहले ही परिवार की तंगहाली के चलते पिज्जा की रेहड़ी लगानी शुरू की थी. छोटा भाई मुनीर भी उसके साथ हाथ बंटाने आ जाता था. पेशे से जुल्फुकार बक्शे बनाने का काम करते हैं.
सभी तहसील को 15-15 लाख रुपये जारी कर दिए हैं. मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये दिए जा रहे हैं. घायलों को रिपोर्ट आने के बाद मुआवजा दिया जाएगा.
-धीराज सिंह गर्ब्याल, डीएम
बिजली के साथ पानी की भी परेशानी झेली
रात आंधी-से आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. तेज आंधी की वजह से जगह-जगह पेड़ टूटकर बिजली की तार, ट्रांसफार्मर एंव पोल पर गिर गए. जिस कारण सब स्टेशन बहादराबाद के करीब डेढ़ सौ गांव में बीस हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं ने रात अंधेरे में गुजारी. वहीं पानी के लिए भी लोग तरस गए.
बहादराबाद उपखंड अधिकारी अमित तोमर ने बताया कि आंधी में बड़े पैमाने पर बिजली विभाग को नुकसान पहुंचा है. 11 हजार केवीए लाईन और 25 पोल टूट गए. एलटी लाइन के पचास से ज्यादा पोल टूटे हैं. जबकि पांच ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. लाखों रुपये का नुकसान पहुंचा है.
हरिद्वार न्यूज़ डेस्क !!!