Hanumangarh में युवक को घर से बाहर बुलाकर गोली मारी, मौके पर हुई मौत, सीसीटीवी में दिखे संदिग्ध

जिले के गोलूवाला थाना क्षेत्र के लखासर गांव में रविवार को दिनदहाड़े महावीर बिश्नोई नामक 35 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हमलावरों ने मृतक को घर से बाहर बुलाया और फिर गोलीबारी शुरू कर दी। तीन राउंड फायरिंग में एक गोली सिर में, दूसरी छाती में, जबकि एक गोली दीवार में लगी, जिससे महावीर की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना मृतक के घर से करीब 50-60 कदम की दूरी पर हुई। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राकेश सांखला, कैंचिया चौकी प्रभारी वेदप्रकाश सोनी, डीएसटी प्रभारी लाल बहादुर चंद्र व एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। सीओ मीनाक्षी लेघा ने बताया कि हत्या की जांच तेज कर दी गई है और मामला दर्ज कर लिया गया है तथा तीन संदिग्धों की पहचान की जा रही है।
घटना से पहले गांव में लगे सीसीटीवी कैमरे में एक संदिग्ध व्यक्ति बाइक चलाते हुए दिखाई दिया था। कुछ फुटेज में तीन लोग एक साथ बाइक चलाते नजर आ रहे हैं। पुलिस सूत्रों का मानना है कि इतनी बड़ी घटना को एक व्यक्ति द्वारा अंजाम नहीं दिया जा सकता, इसलिए इसमें अन्य लोगों के शामिल होने की भी संभावना है। पुलिस हत्या का कारण पुरानी रंजिश मानकर मामले की जांच कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक महावीर के बड़े भाई रविन सिहाग का नाम कुछ वर्ष पूर्व संगरिया में हुए दोहरे हत्याकांड में आया था। पुलिस इस घटना को भी उसी रंजिश से जोड़कर देख रही है। बताया जा रहा है कि रविन कुछ दिन पहले ही गांव आया था।
महावीर गांव में खेती और दुकानदारी का काम करते थे। वह जीवन अनमोल नामक एक संगठन से जुड़े थे, जो हर रविवार को पेड़ लगाने और उनकी देखभाल जैसी गतिविधियाँ करता है। हत्या से कुछ घंटे पहले ही महावीर पौधों को पानी देकर लौटा था। घटना के बाद हत्या से नाराज ग्रामीणों ने पहले तो शव उठाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस को उस मोबाइल नंबर का खुलासा करना चाहिए जिससे महावीर को कॉल किया गया था। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए सीओ मीनाक्षी लेघा मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को स्थिति से अवगत कराया, जिसके बाद ही वे शव उठाने को राजी हुए।
शव को फिलहाल सीएचसी गोलूवाला के मुर्दाघर में रखा गया है और आज पोस्टमार्टम किया जाएगा। देर शाम तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी, लेकिन पुलिस टीमें संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थीं।