
हरियाणा न्यूज़ डेस्क, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे का काम अगले तीन से चार माह में पूरा हो जाएगा. देश के इस पहले ‘एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे’ से दिल्ली-गुरुग्राम के बीच यातायात दबाव कम होगा. द्वारका एक्सप्रेसवे पर साइकिल चलाने वालों के लिए अलग से कॉरिडोर भी बनाया जाएगा. इसके दोनों तरफ दो मीटर का सर्विस रोड पर कॉरिडोर बनाया जाएगा.
नितिन गडकरी ने गुरुग्राम में खेड़की दौला टोल के पास एक्सप्रेसवे के ट्रंपेट इंटरचेंज से नई दिल्ली के द्वारका तक निर्माणाधीन परियोजना का निरीक्षण किया. उनके साथ केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह, केंद्रीय राजमार्ग राज्यमंत्री वीके सिंह और दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना भी मौजूद रहे.
नौ हजार करोड़ रुपये की लागत से द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है. 29 किलोमीटर लंबाई का यह एक्सप्रेसवे है. देश का पहला एलिवेटेड आठ लेन का एक्सप्रेसवे का निर्माण अप्रैल 2024 में लगभग पूरा होगा. यह एक्सप्रेसवे 18.9 किलोमीटर हरियाणा में जबकि शेष 10.1 किलोमीटर दिल्ली में है. एक्सप्रेसवे में सफर करने के दौरान राहगीरों को इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम की सुविधा भी मिलेगी. इसमें राहगीर बिना रुके सफर कर सकेंगे और टोल देने के लिए भी उनको नहीं रुकना होगा. इसके अलावा जितना सफर करेंगे, उतना ही टोल देना पड़ेगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी निरीक्षण के उपरांत राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रगति पर आधारित प्रदर्शनी में पहुंचे. वहां पर स्थानीय निवासियों ने हरियाणा की पारंपरिक पगड़ी बांधकर उनका स्वागत किया.
जाम की दिक्कत से मिलेगी राहत
द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण में दो लाख मिट्रिक टन स्टील का उपयोग हो रहा है, जो एफिल टॉवर में इस्तेमाल हुए स्टील से 30 गुना अधिक है. एक्सप्रेसवे के निर्माण में 20 लाख घन मीटर कंक्रीट का उपयोग किया जा रहा है, जो बुर्ज खलिफा में इस्तेमाल हुए कंक्रीट से 6 गुना अधिक है. देश में पहली बार इस एक्सप्रेसवे में 12 हजार वृक्षों का ट्रांसप्लांट किया गया है. दिल्ली -गुरुग्राम के बीच प्रतिदिन वाहनों का भारी दबाव रहता है, जिससे इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है. द्वारका एक्सप्रेसवे बनने से इस मार्ग में जाम की समस्या हल होगी.
गुडगाँव न्यूज़ डेस्क !!!