
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क गोरखपुर जेल के एक सिपाही के खाते से साइबर जालसाजों ने एनी डेस्क एप डाउनलोड कराकर 3.80 लाख उड़ा दिए. शाहपुर पुलिस ने धोखाधड़ी में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बाराबंकी जिले के मूल निवासी देवेंद्र कन्नौजिया गोरखपुर जिला कारागार में हेड वार्डर (जेल सिपाही) पद पर तैनात है. उन्होंने शाहपुर पुलिस को प्रार्थना-पत्र देकर बताया कि पिछले को क्रेडिट कार्ड बंद करने के लिए गूगल पर एक बैंक का कस्टमर केयर नंबर खोज रहा था, उसी दौरान एक अनजान नंबर से फोन आया और फोन करने वाले ने पूछा, आपकी क्या समस्या है? देवेंद्र ने बताया कि मुझे अपना क्रेडिट कार्ड बंद कराना है.
साइबर जालसाज ने उनसे बैंक डिटेल ले लिया और एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर क्रेडिट कार्ड और बैंक एकाउंट का डिटेल भरा लिया और कहा कि क्रेडिट कार्ड थोड़ी देर में बंद हो जाएगा. बैंकसे मैसेज आया तब ठगी की जानकारी हुई.
रेप केस में फंसा 50 लाख रंगदारी मांगने में दो महिलाएं दबोची गईं
व्यापार में हिस्सेदारी का झांसा दे रुपये हड़पने के बाद रेप सहित अन्य मामलों में फंसाकर रंगदारी मागने वाले गिरोह की दो महिला सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. गिरोह का सरगना विकास सिन्हा को पुलिस पहले ही जेल भेजवा चुकी है.
गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रहने वाले इम्तियाज की पत्नी शैबा अनवर ने पुलिस को बताया कि था कि बिहार के पूर्वी चम्पारण मोतीहारी के बालुआताल निवासी विकास कुमार सिन्हा और राकेश सिन्हा पुत्रगण प्रमोद कुमार सिन्हा एक संगठित गैंग चलाते हैं. उनके गैंग में देवरिया जिले के महादेव बाजार सिरसिया निवासी रेखा सिंह, देवरिया कोतवाली क्षेत्र के भुजौली कालोनी की रहने वाली हेमवन्ती पटेल शामिल हैं. विकास के इशारे पर यह महिलाएं रेप, छेड़खानी सहित अन्य घटनाओं में झूठी रिपोर्ट दर्ज कराती धमकी देकर ब्लैकमेल करती हैं. मुकदमे में सुलह करने के नाम पर धनउगाही करती हैं. जांच के बाद सीओ के निर्देश पर शाहपुर थाने में पुलिस ने विकास कुमार सिन्हा उसके भाई राकेश और रेखा सिंह, हेमवंती के खिलाफ केस दर्ज कर पिछले दिनों विकास सिन्हा को गिरफ्तार कर जेल भेजवा दिया. वहीं फरार चल रही रेखा और हेमवंती पटेल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया. विकास सिन्हा पर आठ केस दर्ज हैं.
गोरखपुर न्यूज़ डेस्क