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Gorakhpur कार्रवाई माफिया अजीत शाही का अवैध कब्जा ढहाया, एक और केस, तीन मई को माफिया ने दी थी धमकी
 

कार्रवाई

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   माफिया अजीत शाही के अवैध कब्जे पर  की सुबह पुलिस की मदद से नगर निगम का बुलडोजर चला. लखनऊ हाईवे पर बेतियाहाता दक्षिणी में करीब 32 डिस्मिल (1250 वर्ग मीटर) भूमि पर पिछले 15 वर्ष से माफिया का अवैध कब्जा था. जमीन की कीमत 14 करोड़ बताई जा रही है. पुलिस के शिकंजा कसने के बाद हरकत में आई नगर निगम की टीम ने कार्रवाई की है.

मूल रूप से देवरिया के भाटपाररानी, पकड़ी बाबू गांव का रहने वाला अजीत शाही बेतियाहाता के आवास-विकास कालोनी में परिवार के साथ रहता है. 15 वर्ष पहले उसने आवास से 500 मीटर की दूरी पर लखनऊ हाईवे से सटे नगर निगम की करीब 32 डिस्मिल बेशकीमती भूमि पर कब्जा कर लिया. चहारदीवारी का निर्माण कराने के बाद चार कमरा,किचन व बाथरूम बनवा लिया. गेट पर अपनी पत्नी व मां के नाम का बोर्ड लगा दिया. 12 मई 2023 को शाहपुर थाने में बैंक कर्मियों को धमकाने व जबरिया वसूली करने के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने अजीत शाही पर शिकंजा कसा तो उसके काले कारनामे सामने आने लगे. संपत्ति की जांच कराने पर अवैध कब्जे की जानकारी मिली तो नगर निगम की टीम हरकत में आई.
11 बजे माफिया के मकान पर पहुंची टीम
पीएसी और कैंट पुलिस के साथ  की सुबह 11 बजे अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा अपनी टीम लेकर माफिया के कब्जे वाले मकान पर पहुंचे. घर में रखा सामान हटवाने के बाद बुलडोजर से मकान और चहारदीवारी को गिरवा दिया. कार्रवाई के दौरान एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई और नगर आयुक्त भी मौजूद रहे.
तीन मई को माफिया ने दी थी धमकी
पीडब्ल्यूडी गोलीकांड में भी माफिया अजीत शाही का नाम सुर्खियों में आया था. अजीत शाही का खौफ इतना था कि पुलिस इस पर हाथ नहीं डालती थी. लेकिन एक बार फिर रेलवे कोऑपरेटिव बैंक में तीन मई को हुए विवाद के मामले में 12 मई को समझौता करने गए माफिया अजीत शाही और अन्य लोगों पर बैंक के सहायक सचिव धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बैंक के अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर धमकी सहित अन्य धाराओं में शाहपुर थाने में केस दर्ज कराया है. 18 मई को काला कोटकर पहनकर पुलिस को चकमा देते हुए अजीत शाही कचहरी में घुस और कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
अभी जेल में है अजीत शाही
कैंट,शाहपुर,गीडा, गुलरिहा के साथ ही जिले के कई थानों में माफिया अजीत शाही के विरुद्ध हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी, बलवा, गैंगस्टर, गुंडा व गैंगस्टर एक्ट के 35 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. वह पीडब्ल्यूडी डबल मर्डर का भी आरोपी है. इसकी जांच सीबीसीआईडी कर रही है. अजित शाही वर्तमान में जेल में है. माफिया और उसके करीबियों की अवैध संपत्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है. उसे भी बहुत जल्द प्रशासन द्वारा ध्वस्त कराने की तैयारी है. वहीं माफिया राकेश यादव व विनोद उपाध्याय, सुधीर आदि के मकानों की भी जांच की जा रही है. राकेश के मकान का मामला कमिश्नर कोर्ट में है जिसमे तारीख है. अगर मकान गलत पाया गया तो उसे भी ध्वस्त कराया जाएगा.
अजीत पर अवैध कब्जे का मुकदमा
नगर निगम की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करने के मामले में नगर निगम के आरआई ने माफिया अजीत शाही उर्फ अजीत विक्रम सिंह पर कूटरचित तरीके से जालसाजी कर सरकारी सम्पत्ति हड़पने का केस दर्ज किया है. वर्तमान में माफिया अजीत शाही जेल में है. जिस जमीन पर उसने अपना कब्जा किया था उसे नगर निगम ने पुलिस की मदद से  ध्वस्त कर दिया है.


गोरखपुर न्यूज़ डेस्क

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