Gorakhpur लोगों को डायबिटीज का भी रोगी बना रहा है डेंगू, डेंगू से पीड़ितों का तेजी से उछल रहा है डायबिटीज का लेवल
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क डेंगू से जूझ रहे मरीज डायबिटीज की भी चपेट में आ रहे हैं. डेंगू से पीड़ित युवाओं में डायबिटीज का लेवल तेजी से उछल रहा है. मरीज उच्च स्तर की डायबिटीज के शिकार हो रहे हैं. इन मरीजों का डेंगू के साथ डायबिटीज का भी इलाज चल रहा है.
पैंक्रियाज में हो जा रहा सूजन गोरखनाथ चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ संजीव गुप्ता ने बताया कि डेंगू वायरस से होने वाली बीमारी है. संक्रमण के दौरान वायरस का प्रभाव पैंक्रियाज पर पड़ता है. इससे पैंक्रियाज में सूजन हो जा रही है. इससे मरीजों में शुगर लेवल अनियंत्रित हो जा रहा है.
हर आठवें मरीज में मिल रहा डायबिटीज जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ बीके सुमन ने बताया कि डेंगू के हर आठवें मरीज में डायबिटीज की पुष्टि हो रही है. ज्यादातर मरीजों को डायबिटीज होने की जानकारी पहली बार मिली है. यही वजह है कि डेंगू के इलाज के दौरान डायबिटीज की जांच कराई जा रही है. माना जा रहा है कि डेंगू के कारण उनका डायबिटीज उभर रहा है.
हो जाएगा सेहत में सुधार डॉ संजीव गुप्ता ने बताया कि पैंक्रियाज शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित करता है. इससे बीटा सेल निकलते हैं, जो कि शरीर में ग्लूकोज को ऊर्जा में तब्दील करते हैं. डेंगू संक्रमण में पैंक्रियाज में सूजन से बीटा सेल का स्राव कम होने लगता है. यह बीमारी अस्थाई होती है. संक्रमण खत्म होने के दो से तीन महीने में 85 फीसदी मरीजों में पैंक्रियाज का सूजन खत्म हो जाता है और डायबिटीज स्वत ठीक हो जाता है. हालांकि कुछ मरीजों पर इसका प्रभाव लंबे समय तक हो जाता है.
गोरखपुर न्यूज़ डेस्क