Gorakhpur एम्स करेगा इन्फ्लुएंजा के प्रसार की निगरानी, पूर्वांचल में लोगों को एम्स सतर्क और जागरूक भी करेगा

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क पूर्वी यूपी में इन्फ्लुएंजा के मामलों की निगरानी शुरू हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एम्स को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है. एम्स निगरानी के साथ ही सतर्कता और जागरूकता का भी प्रसार करेगा. ओपीडी में आने वाले मरीजों का ब्योरा भी जुटाएगा. जरूरत पड़ने पर संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच कराई जाएगी.
सैम्पल जांच के लिए एम्स आरएमआरसी से मदद लेगा. एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी एम्स के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इन्फ्लुएंजा के नए स्ट्रेन एच3एन2 को लेकर केंद्र सरकार संजीदा है. इसका प्रसार तेजी से हो रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में नए एम्स को लेकर गाइडलाइन जारी की है. मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि एम्स इसको लेकर तैयार रहे. क्षेत्र में इन्फ्लुएंजा के प्रसार पर नजर रखने के साथ जरूरत पड़ने पर निरोधात्मक उपाय करें. डॉ. सुरेखा ने बताया कि बीमारी का प्रसार पूर्वी यूपी में हुआ तो एम्स के डॉक्टरों की टीम सतर्कता और जागरूकता अभियान संचालित करेगी.
इसके लिए समुदाय में चिकित्सकों को ट्रेंनिंग दी जाएगी. पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाएगा.
ओपीडी से जुटाएंगे मरीजों का ब्योरा
डॉ. सुरेखा ने बताया कि ओपीडी में तमाम प्रकार की बीमारियों के मरीज आते हैं. ये मरीज दूर-दराज के क्षेत्रों से आते हैं. इसमें इन्फ्लुएंजा के मरीज भी शामिल हैं. फौरी तौर पर ओपीडी में इन्फ्लुएंजा के मरीजों की संख्या कम है. यहां से निगरानी के लिए मरीजों का ब्योरा जुटाएंगे. अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उन्हें भर्तीकर जांच और इलाज के भी इंतजाम किए जाएंगे.
गोरखपुर न्यूज़ डेस्क