
बिहार न्यूज़ डेस्क रेलवे की यात्री सेवा, सुविधा और सुरक्षा वाली व्यवस्था बेगूसराय स्टेशन पर घायल यात्रियों के लिए नाकाम दिखी. बेगूसराय स्टेशन ट्रेन पकड़ने आई एक महिला यात्री प्लेटफार्म पर पहुंचने से पहले ही स्टेशन परिसर में रेलवे की लापरवाही का शिकार हो गंभीर रुप से घायल हो गई.
महिला यात्री स्टेशन परिसर में लगे नाला के ढक्कन में लगे लोहे के निकले क्लीप से फंस मुंह के बल फर्स पर जा गिरी. इसमें महिला यात्री का चेहरा पूरी तरह लहूलुहान हो गया. हालात ऐसे रहे कि घायल महिला फर्स्ट एड के लिए जब स्टेशन पहुंची तो उसे कोई सहायता देने वाला रेल कर्मचारी व अधिकारी नहीं मिला. हालांकि, आरपीएफ की एक लेडिज कांस्टेबल आरती कुमारी की नजर जब उस घायल महिला यात्री पर पड़ी तो उसे सहायता देने के प्रयास किया गया.
लेडिज कांस्टेबल फर्स्ट एड बॉक्स लेने जब एएसएम कार्यालय गई तो वहीं उसे फर्स्ट एड बॉक्स यह कह कर नहीं दिया गया कि बॉक्स में ताला लगा है. बावजूद उक्त कांस्टेबल ने अपने क्वार्टर व पोस्ट पर रखे फर्स्ट एड की सामग्री लाकर घायल महिला को सहायता पहुंचाई. जबकि, इसी दौरान यात्रा करने पहुंची एक लेडिज स्वास्थ्य कार्यकर्ता की भी नजर जब उक्त घायल महिला पर पड़ी स्वयं सहायता करने लगी. उक्त स्वास्थ्य कार्यकर्ता स्वयं के अपने बैग से इलाज का सामान निकाल उसका इलाज किया. जब मामले की सूचना रेल अधिकारी को दी गई तो वाणिज्य कार्यालय के कर्मी पहुंच एएसएम कार्यालय से फर्स्ट एड बॉक्स लाकर तो दिया लेकिन बॉक्स में इलाज के लिए पट्टी और अन्य जरुरी सामान उपलब्ध नहीं थे. आखिरकार महिला के साथ सफर कर रहे पुरुष यात्री ने बाजार से दवा खरीद कर लायी व तब उसका इलाज हो सका. घायल महिला यात्री की पहचान रौता सहरसा की भारती कुमारी के रुप में की गई. वह गंगा स्नान कर वापस सहरसा जाने के लिए ट्रेन पकड़ने स्टेशन पहुंची थी.
गोपालगंज न्यूज़ डेस्क