
बिहार न्यूज़ डेस्क शहर के सर्राफा व्यवसायी विकास कुमार से पचास लाख की रंगदारी मांगने वाले गैंग का पुलिस ने 48 घंटे में खुलासा कर लिया. गठित एसआईटी ने गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है.
अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एसडीपीओ प्रांजल ने बताया कि बीते 8 नवम्बर को शहर के जादोपुर रोड़ में मौनिया चौक के समीप स्थित एक सर्राफा दुकान पर बाइक सवार अपराधियों ने लूट की कोशिश की थी. जिसमे वे विफल हो गए थे और फायरिंग करते भाग निकले थे. लेकिन, लूट में विफलता के बाद पुन व्यवसायी से मोबाइल पर 50 लाख की रंगदारी मांगते हुए जान से मारने की धमकी दी थी. जिसको लेकर स्वर्ण व्यवसायी विकास कुमार विवेक कुमार के फर्द बयान पर एक एफआईआर नगर थाना में दर्ज की गयी थी. एफआईआर दर्ज करने के बाद एसपी ने एक एसआईटी गठित की.
गठित एसआईटी ने 48 घंटे के भीतर टेक्नीकल सेल एवं मानवीय सूचना के आधार पर गैंग का खुलासा करते हुए दो बदमाशों को पटना व वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार बदमाशों में पटना के आलमगंज थाना के बेलवागंज निवासी रौशन कुमार उ़र्फ समीर कुमार और स्थानीय जिले के एकडेरवा गांव निवासी वीरप्रताप उ़र्फ खीर मोहन शामिल है.
बेऊर जेल से रची गयी थी साजिश पकड़े गए बदमाशों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि रंगदारी मांगने की पटकथा बेऊर जेल में बंद एक अपराधी द्वारा रची गयी थी. एसडीपीओ ने बताया गैंग डिटेक्ट हो गया है अब सिर्फ गिरफ्तारी बाकी है. पुलिस के अनुसार जिले के कुचायकोट थाना के बेलवा वृत्त गांव निवासी बंटी सिंह पटना में बैठकर गैंग का संचालन करता था. उसने पटना के बदमाशों से संपर्क कर जिले में अपराध की घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रची थी. इस कांड के पूर्व भी उसने अपने पटना गैंग के चार सदस्यों को गोपालगंज के हनुमानगढ़ी रोड़ में किराये के मकान में रखकर जिले के बड़े अपराधी को मारने का प्लान बनाया था.
लेकिन उसे मारने का प्लान जब फेल हो गया तो शहर में शरण लिए अपराधियों को खाने के लाले पड़ गए. जब खाने के लाले पड़े तो लूट का प्लान बना वह भी विफल हो गया.
गोपालगंज न्यूज़ डेस्क