
बिहार न्यूज़ डेस्क स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं व सुविधाओं को पारदर्शी व सिस्टम को पेपरलेस करने के लिए एचआईएमएस(हॉस्पीटल इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम)का डिजिटलाइजेशन किया जा रहा है. इसको लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर 1100 स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण देने की योजना है. जबकि 6 स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है. जिसमें 400 स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम सदर,अनुमंडलीय अस्पताल हथुआ रेफरल फुलवरिया,भोरे व कटेया तथा सिधवलिया सीएचसी में 12 जून तक चलेगा.
उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा एक ही पोर्टल के माध्यम से सभी स्वास्थ्य गतिविधियों पर नजर रखने की योजना तैयार की गई है. बिहार देश का पहला राज्य होगा,जहां मुख्यमंत्री डिजिटल योजना के तहत इस प्रकार की पहल शुरू की गई है. मुजफ्फरपुर व नालंदा में ट्रायल पूरा होने के बाद गोपालगंज तीसरा जिला है, जहां डेमोस्ट्रेशन का कार्य शुरू किया गया है. इसके बाद सीवान में ट्रायल किया जाएगा. इन चार जिलों में सफल डेमोस्ट्रेशन के बाद पूरे राज्य में इस प्रकार की व्यवस्था शुरू की जाएगी. भव्या प्रोजेक्ट के टीम लीडर अभिषेक तिवारी ने पीपीटी के माध्यम से सेवाओं के डिजिटलाइजेशन ,इसके यूजर व विभाग से संबंधित रिपोर्ट को अपलोड करने की जानकारी दी. इस प्रक्रिया के माध्यम से सभी प्रकार कि गतिविधियों जैसे निबंधन ,ओपीडी ,एएनसी, दवा वितरण सहित सभी कुछ ऑनलाइन किया जाना है.
गोपालगंज न्यूज़ डेस्क