
बिहार न्यूज़ डेस्क बिहार में बालू की माफियागिरी और अवैध खनन करके राजस्व चोरी के मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने धनबाद के दो बालू कारोबारियों को पटना से गिरफ्तार कर लिया.
दोनों कारोबारी जगनारायण सिंह और उनके बेटे सतीश कुमार को पटना स्थित ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. पूछताछ के बाद इनके स्तर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने और माफियागिरी के पूरे काले कारोबार में मिली-भगत के प्रमाण पाए जाने के बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया. दोनों पिता-पुत्र एमएलसी राधाचरण सेठ और उनके बेटे कन्हैया कुमार की स्वामित्व वाली कंपनी आदित्य मल्टीकॉम प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक के पद पर तैनात हैं.
साथ ही एमएलसी के बालू के काले कारोबार के रैकेट को ऑपरेट करने में इन दोनों की भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है.इससे पहले 30 और 31 अगस्त को एमएलसी राधाचरण सेठ से दो दिनों तक ईडी ने पटना स्थित कार्यालय में बुलाकर सघन पूछताछ की थी. इसके बाद 13 सितंबर को उनके आरा स्थित 4 और पटना में मौजूद 2 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी करने के बाद एमएलसी को गिरफ्तार कर लिया गया था. ईडी के विशेष न्यायालय ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जिसकी अवधि 28 सितंबर पूरी होगी. इस दौरान एमएलसी से हुई पूछताछ और उनके पास से लेनदेन को लेकर बरामद हुए कई संवेदनशील दस्तावेजों की जांच में धनबाद के इन दोनों व्यापारियों की मिली-भगत सामने आई थी.
यह भी जानकारी मिली थी कि धनबाद में बालू के अवैध कारोबार और वहां भी बालू घाटों का टेंडर लेने में भी इनके नेक्सस की अहम भूमिका रही है. इसमें कई लोगों की काली कमाई का भी निवेश बड़े स्तर पर किया जाता था. इस पूरे नेक्सस को ऑपरेट करने वाले और इससे जुड़े सभी लोग ईडी की रडार पर हैं.
सभी प्रमुख लोगों को बारी-बारी से बुलाकर ईडी पूछताछ कर सकती है और इनसे संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर गिरफ्तारी भी हो सकती है. बालू के अवैध खनन और राजस्व चोरी कर काली कमाई करने वाले इस पूरे मामले में कई लोग संदेह के घेरे में हैं. जांच आगे बढ़ने पर ये लोग इसकी जद में आते जाएंगे.
गोपालगंज न्यूज़ डेस्क